
शाहाबाद मारकंडा (सुरजीत विनायक): भगवान नृसिंह परमार्थ ट्रस्ट के संचालक आचार्य लक्ष्मी प्रसाद शास्त्री ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023 में 4 जुलाई से श्रावण मास आरंभ होगा और 31 अगस्त को समाप्त होगा। उन्होंने बताया कि लगभग 19 वर्षो बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि श्रावण मास में अधिक मास आ रहा है। उन्होंने बताया कि 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास रहेगा। उन्होंने बताया कि अधिक मास में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ऋषि मारकंडेश्वर मंदिर के पुजारी पं. अजय शुक्ला ने बताया कि श्रावण मास में सोमवार के व्रत का विशेष महत्त्व होता है। इस वर्ष श्रावण मास में 8 सोमवार क्रमश: 10, 17, 24 व 31 जुलाई को और 7, 14, 23 व 28 अगस्त को पड़ेगें। उन्होंने बताया कि श्रावण मास में व्रत करने से मानव की हर मनोकामना पूरी होती है। गीता मंदिर के पुजारी पं. राजकिशोर शुक्ला ने बताया कि श्रावण मास भगवान शिव का अति प्रिय मास है। कहा जाता है कि माता सती के वियोग में भगवान शिव डूब गए थे तब माता सती ने हिमालय पुत्री पार्वती के रूप में जन्म लिया और भगवान शिव की कठिन तपस्या के बाद उन्हें वर के रूप में पाया। भगवान शिव और माता पार्वती का मिलन श्रावण मास में हुआ था, इसीलिए यह मास भगवान शिव को अति प्रिय है।
