

चुनाव के समय केवल वायदें, समस्याएं ज्यों की त्यों पड़ी है, शहरवासी परेशान
लाडवा, 25 जून(नरेश गर्ग): रविवार सुबह हुई तेज बरसात ने शहर के विकास कार्यों की पोल खोलकर रख दी। रविवार सुबह तेज बरसात के कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया। जिसके कारण लोगों व दुकानदारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शहर की ऐसी कोई भी गली या बाजार नहीं बचा जहां पर पानी जमा न हुआ हो।
शहरवासी राजेश कुमार, वैभव चावला, हैप्पी, पवन बंसल, स्वीटी भुल्लर, अजय गर्ग, मुकेश अग्रवाल, विरेन्द्र कुमार, सुखदेव मेहता, नरेन्द्र मंगला, विजय, ज्योति प्रसाद, सुरेन्द्र सैनी, जगदीश कुमार आदि ने कहा कि एक साल पहले जब नगरपालिका का चुनाव हुआ था तब बड़े-बड़े दावे किये गए थे कि शहर की सही व्यवस्था की जाएगी और शहर में जमकर विकास कार्य करवाए जाएंगे। परंतु सभी समस्याएं ज्यों की त्यों पड़ी है और एक वर्ष नगरपालिका के चुनाव को भी हो गया है उसके बावजूद भी अभी तक किसी भी समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ बयानबाजी में ही लाडवा का विकास हो रहा है।
उपमंडल कार्यालय के बाहर जमा हो जाता है पानी
पिछले कई वर्षों से जब भी तेज बरसात आती है तो लाडवा अनाजमंडी में बने उपमंडल कार्यालय के बाहर बरसात का पानी जमा हो जाता है। जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं लोगों को अपना काम करवाने जाने में भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समय अनाजमंडी के मार्केट कमेटी कार्यालय में मार्केट कमेटी कार्यालय के साथ-साथ एसडीएम कार्यालय, डीएसपी कार्यालय भी खुला हुआ है। जहां पर लोग प्रतिदिन अपने कामों को लेकर जाते हैं। परंतु यदि थोड़ी भी तेज बरसात हो जाए तो वहां पर पानी कितना जमा हो जाता है कि लोगों को जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
सड़कों किनारे हो गया बरसात का पानी जमा
रविवार हुई तेज बरसात के कारण सड़कों के किनारे जितने भी रेहड़ी फड़ी लगाने वाले हैं उनकी रेहड़ी फड़ी व दुकानों के बाहर बरसात का पानी जमा हो गया। जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
जल्द होगा समस्या का समाधान: प्रधान
नगरपालिका प्रधान साक्षी खुराना ने कहा कि नालों की सफाई करने के लिए दस सफाई कर्मचारियों का टेंडर लगभग एक करोड़ की राशि का लगाया गया है। जल्द ही समस्या दूर हो जाएगी और शहर के सभी बड़े नालों की साफ-सफाई कर दी जाएगी। जिसके कारण बरसात का पानी नहीं रुकेगा।
