
गुरूकूल के ब्रहमचारियों ने शोभायात्रा में तलवार बाजी व भाला प्रतियोगिता का किया आयोजन
करनाल|| आर्य समाज दादूपूर कलां द्वारा आठ दिवसीय महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वितीय जन्मशताब्दी वर्ष समारोह व पारायण महायज्ञ समारोह का शुभारम्भ बुधवार सुबह गांव में आयोजित शोभा यात्रा से हुआ। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य जगत के प्रसिद्व सन्यासी स्वामी सम्पूर्णानन्द सरस्वती ने की। शुभारम्भ समारोह पर महर्षि दयानन्द सरस्वती कन्या महाविद्यालय दादूपूर के प्राचार्य डा.चन्द्रमोहन शर्मा ने गणमान्य लोगों के साथ ओम की पताका फहराई। इस दौरान कार्यक्रम अध्यक्ष स्वामी सम्पूर्णानन्द सरस्वती ने शोभा यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभा यात्रा में आर्ष गुरूकूल यज्ञशाला लाड़वा व आर्ष गुरूकूल नलवी खुर्द के ब्रहमचारियों ने व्यायाम, तलवार बाजी, भाला प्रतियोगिता व लाठी चलाकर सभी को दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर कर दिया। इस दौरान शोभा यात्रा में सबसे आगे महर्षि दयानन्द सरस्वती के जीवन से जुड़े गीत, उसके बाद गुरूकूल के कला दिखाते ब्रहमचारी व दूर दराज से आए आर्य समाजों के लोग, स्वामी सम्पूर्णानन्द सरस्वती का रथ, यज्ञ की झांकी, स्कूल व कालेजों के छात्र ओर छात्राएं शामिल रहे।
गांव में जगह-जगह पुष्प वर्षा से शोभा यात्रा का स्वागत हुआ
इस दौरान शोभा यात्रा का गांव में जगह-जगह मुस्लिम समाज, कश्यप सभा, प्रजापत सभा, रविदास सभा, वाल्मिकि सभा, ब्रहामण समाज, रोड़ समाज, पांचाल सभा, पाल सभा आदि ने पुष्प वर्षा के साथ गांव के मुख्य रास्तों पर स्वागत किया व महर्षि दयानन्द सरस्वती को नमन किया। इसके अलावा शोभा यात्रा में जगह-जगह जलपाल किया गया।
दादूपूर देश का एक ऐसा गांव जहां सभी धर्मों व जातियों के लोग आर्य समाज में करते उपासना
इस दौरान कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वामी सम्पूर्णानन्द सरस्वती ने कहा कि दादूपुर गांव देश का ऐसा गांव हैं,जहां सभी धर्माे व जातियों के लोग केवल मात्र आर्य समाज मंदिर जाते हैं व परमात्मा की संध्या उपासना करते हैं। जिसके लिए आर्य सभा अजमेर द्वारा इस गांव को आर्य ग्राम गौरव पुरूस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। पूरे गांव की एक उपासना पद्वति होना अपने आप में गर्व का विषय है। इस अवसर पर स्वामी सम्पूर्णानन्द ने कहा कि लगातार आठ दिनों तक पारायण महायज्ञ गुरूकूल की ब्रहमचारियों वे ब्रहमचारियों द्वारा दोनों समय किया जाएगा। इसके अलावा 22 मार्च को गांव मं भव्य यज्ञशाला का उदघाटन किया जाएगा। उन्होंने महर्षि दयानन्द सरस्वती को दूनिया का सबसे बड़ा चिंतक व मानवतावादी बताया ओर कहा कि उन्हें वेद के रास्ते पर चलने का आहवान किया था व सबसे पहले हमें मनुष्य बनने की बात कही थी। आज उनका चिंतन, विचार व कार्य पूरी दूनिया को लाभ पहुंचा सकते हैं।
शोभायात्रा के समापन पर भंडारे का किया आयोजन
शोभायात्रा पर ग्रामीणों द्वारा देसी घी के भंडारे का आयोजन किया व लोगों ने हलवे पूरी का प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर ये रहे मौजूद
इस अवसर पर केन्द्रीय आर्य सभा करनाल के प्रधान प्रोफेसर आनन्द सिंह आर्य, आर्य समाज दादूपुर के संरक्षक रामकुमार आर्य, मलखान सिंह आर्य, प्रधान कैप्टन अजमेर सिंह आर्य, उप प्रधान उद्यम सिंह आर्य, मंत्री तरसेम आर्य, आर्य दिलबाग लाठर, अमित आर्य, संजीव आर्य, मास्टर जयप्रकाश आर्य, शमसेर आर्य, जसबीर आर्य, वेदप्रकाश आर्य सहित करनाल आर्य समाजों व घरौंडा आर्य समाज से लोगों ने भाग लिया।
