पृथ्वी  को बचाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाए : कैलाशो सैनी

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पृथ्वी दिवस के मौके पर भारत पब्लिक स्कूल के बच्चों ने निकाली जागरूकता रैली
बाबैन (रवि कुमार): भारत पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल बाबैन में पृथ्वी दिवस बड़े उत्साह से मनाया गया। पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में विद्यालय की ओर से धरती बचाओ, जीवन बचाओ और खुशहाल बनाओ के उद्देश्य को पूरा करने के लिए एक रैली निकाली गई। इस रैली को भाजपा नेत्री व पूर्व सांसद प्रोफेसर कैलाशो सैनी व जिला परिषद सुखविंदर कौर ने हरी झंडी दिखाकर स्कूल से रैली को रवाना किया।  इस मौके पर पूर्व सांसद कैलाशो सैनी बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पृथ्वी सौरमंडल का सबसे अद्वितीय ग्रह है क्योंकि इस ग्रह पर ही जीवन संभव है। लेकिन बड़ी चिंता का विषय है कि मानव की प्रकृति के साथ अनुचित छेडख़ानी अर्थात अपने स्वार्थ के लिए पेड़ों को काटकर व अत्यधिक औद्योगिकरण व प्लास्टिक के अत्यधिक प्रयोग के कारण पृथ्वी को प्रदूषित कर दिया है। नतीजा जीव -जगत पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं इसलिए आम आदमी को जीवन संबंधी इन खतरो जैसे अनावृष्टि, ग्लोबल वार्मिंग, अन्य शारीरिक रोगों का होना से जागरूक रहने के लिए रैली के आयोजन को प्रोत्साहित किया । इस अवसर स्कूल की प्रिंसिपल सुनीता खन्ना ने प्रार्थना सभा में बच्चों व मौजूद अन्य सभी को अपनी पृथ्वी को कैसे सुरक्षित किया जा सकता है? इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि पृथ्वी सौरमंडल का एकमात्र ऐसा ग्रह है जहां पानी वनस्पति व जीवन संभव है, इसलिए यदि हमें अपने जीवन को सुखी व रोग मुक्त रखना है तो हमें अपनी धरती माता को भी प्रदूषण से बचाने के लिए भरसक प्रयास करने होंगे।हमें इसे प्लास्टिक के रसायनिक गंदे पानी से  पेड़ों को अत्यधिक मात्रा में लगाकर हरा-भरा करके और ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते प्रकोप को  रोककर पृथ्वी को जीने काबिल बनाने का प्रयास करना होगा। रैली बाबैन  से होते हुए कलाल माजरा और हमीदपुर गई। जहां बच्चों ने जगह-जगह रुककर पृथ्वी प्रदूषण से संबंधित जानकारी और प्रदूषण से बचने का हल बताते हुए लोगों को जागरूक किया । लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूल के छात्रों द्वारा कई नुक्कड़ -नाटक भी किए गए। लोगों ने इन नुक्कड़- नाटकों से धरती बचाओ की जानकारी भी ली और साथ में बच्चों के इस प्रयास की व स्कूल की प्रधानाचार्य सुनीता खन्ना के रैली आयोजन की सराहना की। बच्चों ने पोस्टर मेकिंग, नन्हे-मुन्ने  प्री नर्सरी से से सेकंड क्लास तक के बच्चों ने रंग- बिरंगी वनस्पति से संबंधित पोशाकें पहनकर और कविताओं के माध्यम से पृथ्वी को बचाने का संदेश दिया।