
करनाल(विजय काम्बोज) हैफेड चीनी मिल असन्ध प्रबन्धन द्वारा गत दिवस गंगा राम पैलेस, सालवन में गन्ना प्रजनन सस्ंथान क्षेत्रीय केन्द्र, करनाल के वरिष्ठ गन्ना वैज्ञानिकों की अध्यक्षता में गन्ना विकास संगोष्ठी व प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस गन्ना विचार गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य किसानों को गन्ना फसल उत्पादन के लिए वैज्ञानिकों द्वारा गन्ना फसल में नई तकनीकी जानकारी, नई उन्नत अगेती गन्ना किस्मों की बिजाई एवं गन्ना फसल में आने वाली बिमारियां व कीट पतगों की रोकथाम के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाना था ताकि किसान भाई अधिक से अधिक गन्ना पैदावार ले सकें।
प्रबन्ध निदेशक सहकारी चीनी मिल कैथल एवं महाप्रबन्धक हैफेड चीनी मिल असन्ध ब्रहम प्रकाश ने वरिष्ठ गन्ना वैज्ञानिकों व अन्य विभागों से आए अधिकारी व कर्मचारी गण व किसान भाईयों का गन्ना फसल विचार गोष्ठी मे एकत्रित होने पर अभिनन्दन व हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने किसानों को सम्बोधित करते हुऐ बताया कि हैफेड चीनी मिल द्वारा मिल क्षेत्र में गन्ना विकास के लिए सघन गन्ना विकास योजना बनाकर किसानों को विभिन्न प्रकार की सुविधाऐं जैसे गन्ना बीज ब्याज रहितऋण व कीटनाशक दवाईयां ब्याज रहित ऋण व अनुदान पर दी जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि गन्ना किस्म ष्टश-15023 की दौरान गन्ना बिजाई करने पर हैफेड चीनी मिल, असन्ध की तरफ से 2000 रुपये प्रति एकड के हिसाब से अनुदान दिया जा रहा है और जो किसान ष्टश-१५०२३ का गन्ना बीज उपलब्ध करवाता है उसको भी 500 रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है। गन्ना पिराई सत्र 2022-23 के लिए 173.96 लाख रुपये ब्याज रहित ऋण व 6.93 लाख रुपये अनुदान के रुप मे खर्च किये गए। आगामी सीजन 2023-24 के लिए भी किसानों को विभिन्न प्रकार की सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिए मिल द्वारा गन्ना विकास योजना तैयार की गई है जिसमें 611.08 लाख रुपये ब्याज रहित ऋण व 79.89 लाख रुपये अनुदान के रुप मे खर्च करने का प्रावधान रखा गया है और राज्य सरकार द्वारा भी गन्ना किसानों को विभिन्न प्रकार की सुविधाऐं दी जा रही हैं।
उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि गन्ना पिराई सत्र 2022-23 के दौरान सभी किसानों का गन्ना समय पर पिराई किया जाऐगा और पिछले वर्शों की तरह किसानों की गन्ना पैमेन्ट समय पर बैकं के माध्यम से उनके बैकं खातो मे डाली जा रही है। किसानों को अप्रमाणित गन्ना किस्मों की बिजाई न करने की अपील भी की गई व हिदायत दी की डुप्लीकेट गन्ना किस्म सी0ओ0एच0 – 160 का गन्ना यदि कोई किसान आगामी पिराई सीजन 2023-24 के लिए रखता है तो उस गन्ने का सर्वे व बोडिंग नहीं की जाएगी।
