
करनाल (विजय काम्बोज ) करनाल सहकारी चीनी मिल की तरफ से जिले के गांव मलिकपुर में गन्ना फसल विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गन्ना फसल विचार गोष्ठी में सहकारी चीनी मिल की प्रबन्ध निदेशक डा. पूजा भारती ने मिल क्षेत्र के आसपास के गावों के किसानों को सम्बोधित किया और गन्ना विचार गोष्ठी में किसानों को मिल की उपलब्धियों तथा गन्ने की पैदावार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि करनाल सहकारी चीनी मिल का पिराई सत्र 2022-23 गत 15 नवम्बर 2022 को सफ लता पूर्वक आरम्भ हुआ व मिल द्वारा अब तक 42 लाख 53 हजार गन्ने की पिराई करके 11.07 प्रतिशत रिकवरी के साथ 402750 क्विंटल चीनी का उत्पादन कर लिया है। उन्होंने बताया कि मिल द्वारा अब तक खरीदे गए गन्ने में से 116 करोड़ 99 लाख रूपये के गन्ने का भुगतान किसानों को किया जा चुका है, जोकि अब तक खरीदे गए गन्ने की की कुल राशि का 74 प्रतिशत है।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि नए रिफाइंड शुगर प्लांट में 18 रूङ्ख॥ बिजली का उत्पादन का सयंत्र अपनी पूरी क्षमता के साथ बिजली की सप्लाई कर रहा है। उन्होंने बताया कि नए बिजली संयत्र द्वारा 5.5 करोड़ रूपये की बिजली का उत्पादन किया जा चुका है, जो सरकार को बेची जा रही है, जिससे मिल को हार्थिक लाभ हो रहा है। उन्होंने किसानों को सम्बोधित करते हुआ कहा कि सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त बीज (नई किस्म), नई विधि द्वारा बिजाई करने की सलाह दी है, जिससे किसानों को अधिक फायदा होगा। करनाल सहकारी चीनी मिल में चीनी के उत्पादन के साथ-साथ गन्ने की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए गन्ना प्रयोगशाला में हाई टिशूकल्चर नर्सरी भी स्थापित की जा चुकी है। जिससे प्रतिवर्ष 10 लाख रोग मुक्त गन्ने की पौध तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि नई गन्ना प्रजातियों को जल्द से जल्द तैयार करके किसानों तक पहुंचाया जा रहा है। गन्ना प्रयोगशाला में हाई टिशूकल्चर द्वारा तैयार विधि से पौध तैयार करके गन्ना लगाने से मिल और किसानों को अधिक लाभ हो रहा है।
डा. पूजा भारती ने किसानों को जोर देकर कहा कि अगले पिराई सत्र के लिए गन्ने की नकली किस्म 160 की बिजाई न करें, क्योंकि मिल द्वारा इस किस्म को किसी भी सूरत में खरीदा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि गन्ने की फसल में लगने वाले कीड़ों की रोकथाम के लिए सभी दवाईयों पर सब्सिडी दी जा रही है। इस वर्ष गन्ने की अगेती किस्मों को बढ़ाने के लिए गांव-गांव में किसानों से सम्पर्क किया जा रहा है तथा गांव स्तर पर गन्ना विचार गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है तथा गन्ना विभाग के अधिकारी व कर्मचारी किसानों के खेतों में जाकर किसानों व लेबर से सम्पर्क कर रहे हैं तथा किसानों व लेबर को अगोला रहित गन्ना मिल में लाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं ताकि इस वर्ष भी यह मिल पूरे हरियाणा में रिकवरी में प्रथम स्थान प्राप्त कर सके। उपरोक्त के अतिरिक्त मिल गन्ना प्रबन्धक ने गन्ने की फसल मे जल प्रबन्धन व गन्ने मे लगने वाले कीटों, बीमारियों तथा बिजाई तरीकों पर विशेष प्रकाश डाला तथा एफ.एम.सी. के अधिकारी दीपक खुराना ने गन्ने की फसल में टॉप बोर का नियन्त्रण करने के लिए कोराजन दवाई को इस्तेमाल करने की सही विधि एवं समय के बारे मे भी किसानों को जागरुक किया। इस मौके पर गन्ना प्रबन्धक, रामपाल, गन्ना विपणन अधिकरी सतपाल राठी तथा मिल के गन्ना प्रर्यवेक्षक भी उपस्थित रहे।
आयुष औषधालय रंबा में शिविर लगाकर मरीजों की जांच की गई
