
इन्द्री (विजय काम्बोज )
इन्द्री के विधायक रामकुमार कश्यप ने कहा कि गुरूकल शिक्षा पद्धति ही सर्वोतम पद्धति है। गुरूकुल से शिक्षित होकर ही युवा संस्कारवान शिक्षा पा सकते है। उन्होंने कहा कि पहले स्कूल नहीं होते थे केवल गुरूकुल ही होते थे ओर उनमें बच्चों को संस्कारवान व नैतिक शिक्षा ही दी जाती थी। विधायक रामकुमार कश्यप आज इन्द्री के गांव रंबा में स्थित जेके गीता गुरूकुल में हुए एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज का युवा पश्चिमी सभ्यता में रंगा जा रहा है ओर अपनी सभ्यता को भूल रहा है। आज का युवा मां बाप व गुरूओं की सेवा करनी भी भूल गया है। बड़े परिवार खत्म होते जा रहे है।
केवल गुरूकुल शिक्षा पद्धति द्वारा ही युवाओं को शिक्षित करके इस कमी को पूरा किया जा सकता है। गुरूकुल में शिक्षा ग्रहण कर युवा समाज व देश का विकास करने में अहम भूमिका निभा सकते है। गीता गुरूकुल के सीईओं प्रो. एमसी कश्यप ने कहा कि यह गीता गुरूकुल जीओं गीता कुरूक्षेत्र द्वारा स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के दिशा निर्देशों द्वारा संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि स्वामी जी द्वारा पूरे नार्थ इंडिय़ा में इस प्रकार के संस्थान खोले जा रहे है जहां पर संस्कारवान व नैतिक शिक्षा दी जायेगी। इन संस्थानों में आधुनिक शिक्षा दी जायेगी ओर छठी कक्षा से ही बच्चेें का लक्ष्य निधार्रित कर उसे शिक्षित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारे संस्थान में गरीव व जरूरतमंदों बच्चों को फीस में विशेष छूट दी जायेगी। इस मौके पर स्कूल के डायरैक्टर ड़ा. नरेन्द्र, सोनू रंबा, पवन कश्यप, सुरेन्द्र कुमार, नवीन शर्मा, पूर्व सरपंच श्यामलाल कश्यप, राजपाल नंबरदार सहित कई अन्य मौजूद रहे।
