गौ माता को भोजन करवाने से जीवन में सुख शांति की प्राप्ति होती है: संदीप गर्ग

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चारों रसोईयों में खाना परोसने से पहले समाजसेवी संदीप गर्ग खुद लगाते है गौ माता का भोग
बाबैन(रवि कुमार): स्टालवार्ट फांउडेशन के चेयरमैन एवं प्रसिद्व समाजसेवी संदीप गर्ग द्वारा लाडवा हल्के में चार रसोईयां लाडवा, बाबैन, मथाना व गांव यारी में खोली गई है। चारों रसोईयों में पांच रूपए में लोगों को भरपेट खाना दिया जा रहा है। काबिलेगौर है कि समाजसेवी संदीग गर्ग की फैक्टरी से हर रोज खाना तैयार होकर चारों रसोईयों में पहुंच रहा है और सबसे पहले समाजसेवी संदीप गर्ग उस खाने से गऊमाता का भोग लगाते है और फिर उसके बाद वह खाना चारों रसोईयों में पहुंचता है और फिर पांच रूपए में लोगों को भरपेट खाना मिल रहा है। संदीप गर्ग द्वारा चलाई गई चारों रसोईयां अब लोगों की पंसद बन गई है और प्रतिदिन भारी संख्या में लोग चारों रसोईयों में खाना खा रहे है। समाजसेवी संदीप गर्ग ने बताया कि जब चारों रसोईयों के लिए खाना बनकर तैयार हो जाता है सबसे पहले गऊमाता को भोग लगाता हूं। क्योंकि गऊमाता में 33 करोड़ देवी देवता वास करते है और गऊमाता की पूजा सबसे उत्तम मानी गई है। उन्होंने कहा कि गाय उसी प्रकार पवित्र होती है जैसे नदियों में मां गंगा और गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है। देवी लक्ष्मी जिस प्रकार सुख समृद्वि प्रदान करती है उसी प्रकार गौ माता भी अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती है। गर्ग ने कहा कि गाय को भोजन कराने से जीवन में सुख शांति की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि यह चारों रसोईयां हल्के के लोगों की अपनी रसोई है। इन चारों रसोईयों में प्रतिदिन लोगों को दोपहर 12 बजे से दो बजे तक पांच रूपए में भरपेट खाना मिलता है। उन्होंने कहा कि जिस किसी व्यक्ति के पास भोजन करने के लिए यदि पांच रूपए भी नहीं है उसे भी खाना मिलता है। उन्होंने कहा कि मेरा मकसद गरीब असहाय लोगों की मदद करना है, मुझे जरूरतमंद व्यक्तियों की सेवा करके सकुन मिलता है। इसलिए मैं लाडवा हल्के के लोगों के लिए दिन-रात सेवा करने के लिए तत्पर हंू। उन्होंने कहा कि चारों रसोईयों में खाना खाने के लिए कितने भी व्यक्ति क्यों न हो सभी को खाना दिया जाएगा।