
बाबैन (रवि कुमार): कुरूक्षेत्र जिले के लाडवा हल्के की पावन धरती पर दुनिया के सबसे बड़े ज्ञान को गीत के रूप में गाया गया था। वह हर परिस्थिति में जीवन को जीने का सन्मार्ग दिखाने वाली ज्ञान की गंगा चिरकाल से भारत को दुनिया में जगतगुरू के रूप में स्थापित करती रही है। उसी गीता की भूमि कुरूक्षेत्र के लाडवा शहर में उतरी भारत का एक बड़ा स्कूल विश्व स्तर की शिक्षा पद्धति और बच्चों के स्र्वागीण विकास की उत्कृृष्ट सोच को लेकर, क्षेत्र निवासियों की अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के सपने व शिक्षा के नये आयाम को उच्च स्तर प्रदान करने के लिय लाडवा-शाहबाद मार्ग पर गावं भालड़ के पास खुल गया है। यह जानकारी दि कोणार्क अकादमी के चेयरमैन राजकुमार शर्मा ने बाबैन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने बताया कि दि कोणार्क अकादमी इन्टरनैशनल पब्लिक स्कूल के नाम से हरियाणा में पहली बार स्थापित होने वाले लगभग 10 एकड़ जमीन में बने इस विश्व स्तरीय पहला विद्यालय है जिसमें आधुनिकतम सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। बताया जाता है कि नवीनतम तकनीकी से बने विशालतम भवन वाले इस विद्यालय के निर्माण में 6 वर्ष का समय लगा है। उन्होंने बताया कि दि कोणार्क अकादमी 5 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला उतरी भारत का बड़ा आडोटोरियम भी इस विद्यालय की विशेषता है। दि कोणार्क अकादमी का मुख्यालय जयपुर राजस्थान में है। दि कोणार्क अकादमी के चैयरमैन एडवाकेट राजकुमार शर्मा ने जानकारी देते हुये कहा कि इस विद्यालय में राष्ट्रीय और अन्तरांष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा में मैरिट पाने वाले छात्र ही प्रवेश पा सकेगें। उन्होने कहा कि केवल प्रथम वर्ष 2023-24 स्तर के लिये ही प्रवेश पाने के लिये बनाये गये कड़े नियमों में ढील दी जा रही है । परन्तु प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों को भी उनके मानसिक स्तर की आकंलन परीक्षा से गुजरना होगा। राजकुमार शर्मा ने कहा कि दि कोणार्क अकादमी 10$2 स्तर का विश्वस्तरीय स्कूल होगा। परन्तु प्रारंभ में अकादमी में वर्ष 2023-24 स्तर के लिये केवल नर्सरी से सातंवी कक्षा तक ही प्रवेश दिया जायेगा । ताकि विश्वस्तरीय शिक्षा तकनीक के आधार पर आठवीं, दसवीं व बारहवीं के मेधावी छात्र केवल अकादमी में ही तैयार किये जा संके।
दि कोणार्क अकादमी की विशेष उपलब्धियों का जिक्र करते हुये चेयरमैन राजकुमार शर्मा ने बताया कि अकादमी में देश के अलग-अलग स्थानों पर किये गये साक्षात्कार के आधार पर चयनित अनुभवशाली और मेधावी अध्यापकों को ही विद्याार्थियों के भविष्य निर्माण के लिये नियुक्त किया गया है। विद्यालय के चेयरमैन ने कहा कि दि कोणार्क अकादमी द्वारा स्कूल में अन्तरांष्ट्रीय स्तर के खेल के बड़े मैदान बनाये गये है। अकादमी में शिक्षा के क्षेत्र में नये उच्च आयाम स्थापित करने के साथ-साथ फुटबाल, हॉकी, बैडमिंटन, टैनिस, वॉलीबाल व क्रिकेट अकादमी तथा कबडडी व कुश्ती के विश्वस्तरीय ग्राऊंड तैयार किये हैं। और अन्तरांष्ट्रीय स्तर के अनुभवी कोच के मार्गदर्शन में आने वाले कुछ ही वषर््ंाों में इस विद्यालय में पढऩे वाले छात्र खेल के क्षेत्र में भी प्रदेश व देश का नाम रोशन करेगें। राजकुमार शर्मा ने बताया कि विद्यालय में आर्चरी, शूटिंग निशानेबाजी घुड़सवारी जैसे कौशल भी सिखाये जायेगें। उन्होने कहा कि अकादमी में आर्गेनिक व नैट फंार्मिग भी बच्चों को सिखाई जायेगी और विद्यालय में एक मिनी जू चिडिय़ाघर व स्वीमीगं पूल भी बनाया गया है। विद्यालय पूर्णत: वातानुकुुलित है और विद्यालय में बड़े पुस्तकालयों के साथ-साथ अति आधुनिकतम तकनीक डिजिटल से पढ़ाने की सभी सुविधायें मौजूद हैं। विद्यालय में योग शिक्षा और संगीत शिक्षा तथा व्यायामशाला जमखाना भी बनाई गई है। दि कोणार्क अकादमी के चेयरमैन राजकुमार शर्मा ने कहा कि विद्यालय में सस्ंकारों पर आधारित भारतीय ज्ञान परंपरा अनुसार नैतिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रदान करने पर विशेष बल दिया जायेगा। उन्होने बताया कि विद्यालय में अनुशासन और चरित्र निर्माण के लिये विशेष शिक्षा नीति बनाई गई है।
