
इन्द्री।। स्थानीय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चल रही एफएलएन कार्यशाला के पांचवे दिन बीआरसी उर्वशी विज ने सभी समूह में जाकर अध्यापकों को बच्चों के सीखने के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए प्रेरित किया। उर्वशी विज ने कहा कि बच्चों के सीखने को लेकर स्वस्थ, उत्साहजनक, प्रेरक माहौल बनाना चाहिए। कभी भी किसी बच्चे को उसके सीखने को लेकर नकारात्मक टिप्पणी से बचना चाहिए क्योंकि छोटे से छोटा बच्चा भी अपने मान सम्मान की परवाह रखता है। उन्होंने कहा कि कम गति से सीखने वाले बच्चों को आमतौर पर नकारात्मक घटिया शब्दों से नवाजा जाता है जोकि बिल्कुल वर्जित है। हर बच्चा अपने आप में यूनिक है, उसका सामाजिक ,आर्थिक, सांस्कृतिक वातावरण अलग अलग होता है इसलिए अलग-अलग तरीकों से ही वह सीखता है। सभी बच्चों को एक ही तरीके से, एक साथ नहीं सिखाया जा सकता है। बीआरसी उर्वशी विज कहा कि बेहतर योजना बनाकर ही हर बच्चे को पढऩे लिखने में निपुण बनाना ही निपुण हरियाणा कार्यक्रम का लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी अध्यापकों को हिंदी, अंग्रेजी व गणित को पढ़ाने की नई-नई विधियां से परिचित करवाना ही सिखाना कार्यशाला का उद्देश्य है। कार्यशाला में मुख्य स्रोत व्यक्ति के रूप में धर्मेंद्र चौधरी , रविंद्र शिल्पी कविता कांबोज, निशा कंबोज, नीतू व डॉ बारूराम ने अध्यापकों को अलग-अलग विषयों पर प्रशिक्षण दिया।डाइट करनाल के प्राध्यापक करनैल सिंह ने कार्यशाला की मॉनिटरिंग की तरफ से आवश्यक सुझाव दिए
