
नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने अमरूत प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे स्टोरम वाटर व सीवर लाईने नेटवर्क के कार्यों का किया रिव्यू, मीटिंग के बाद मौके पर जाकर प्रगति का लिया जायजा, स्टोरम वाटर व सीवर लाईनो की एंड टू एंड कनैक्टिविटी करने के दिए निर्देश।
एजेंसी प्रतिनिधियों को दी चेतावनी, आगामी बारिश के सीजन से पहले सभी काम हो पूरे, न रखें एक्सटेंशन की उम्मीद।
करनाल || नगर निगम की ओर से अमरूत प्रोजेक्ट के तहत बरसाती पानी की निकासी तथा सीवर लाईने लगाने के काम को मुकम्मल करवाए जाने को लेकर नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने मंगलवार को सम्बंधित इंजीनियर्स और उक्त कार्यों को कर रही एजेंसी प्रतिनिधियों के साथ एक मीटिंग कर चेतावनी दी कि सभी कार्य तय समय में पूरे करने होंगे, एक्सटेंशन नहीं मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने निगम इंजीनियरों से भी दो टूक कहा कि कोई भी अधिकारी मेरे पास एक्सटेंशन की फाईल लेकर न आए। निगमायुक्त ने पहले दोनो प्रोजेक्ट को लेकर उनका स्टेटस रिव्यू किया और फिर साईट पर जाकर कार्य की प्रगति का जायजा लिया।
मीटिंग का रिव्यू-मीटिंग में निगमायुक्त ने कम्बोपुरा स्थित 8 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, दहा में इंटरमीडिएट पम्पिंग स्टेशन तथा अशोक विहार, दहा, मदनपुर व कम्बोपुरा में सीवर लाईने बिछाए जाने के काम का स्टेटस लिया। अमरूत के यह कार्य कर रही एसआईपीएल एजेंसी ने बताया कि 8 एमएलडी एसटीपी का 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, जबकि दहा में 18 एमएलडी के आईपीएस का 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि इस एरिया में जो सीवर लाईने बिछाई जानी थी, उसके तहत 19 हजार 800 मीटर में से 17 हजार 950 मीटर लाईने बिछाए जाने का काम मुकम्मल हो गया है, मात्र 430 मीटर में ट्रैंचलेस पाईप लाईन तथा 700 मीटर डीडब्ल्यूसी पाईप डाली जानी हैं, जिन पर काम चल रहा है और इनके लिए 2 मशीने लगाई गई है। इस पर निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि यह सभी कार्य मई 2023 तक पूरे हो जाने चाहिएं, इससे आगे किसी एक्सटेंशन की उम्मीद न रखें। बता दें कि उक्त कार्यों पर 25 करोड़ 62 लाख रूपये की अनुमानित लागत आएगी।
इसके पश्चात मीटिंग में स्टोरम वाटर के कार्यों का रिव्यू किया गया। इसके तहत शहर के मीरा घाटी, कटाबाग, सैदपुरा और हकीकत नगर में 4 आईपीएस बनाए जा रहे हैं, जबकि झंझाड़ी, धौलगढ़, सैदपुरा व उचाना में एक-एक रेन वाटर हार्वेस्टर के काम चल रहे हैं। एजेंसी प्रतिनिधि ने बताया कि सभी कार्यों का सिविल वर्क पूरा हो चुका है। निगमायुक्त ने निर्देश देते कहा कि जो कुछ बचा है, वह 30 अप्रैल तक निपटा लें। इसके लिए मशीनरी, पम्प सेट व जेनरेटर के लिए जो ऑर्डर दिए गए हैं, उनकी जल्द डिलीवरी लें। एजेंसी प्रतिनिधि ने बताया कि मीरा घाटी व कटाबाग में सिविल व मकैनिकल वर्क पूरे कर लिए गए हैं, मार्च 2024 तक शेष काम मुकम्मल कर लिया जाएगा। इस पर निगमायुक्त ने निर्देशित किया कि मार्च 2024 तक नही, दिसंबर 2023 तक ही पूरा करें।
मीटिंग में फूसगढ़ स्थित 20 एमएलडी व 8 एमएलडी शिव कॉलोनी के एसटीपी का भी रिव्यू लिया गया। एजेंसी प्रतिनिधि ने बताया कि 20 एमएलडी एसटीपी का 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और कार्य प्रगति पर चल रहा है। निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि इसे आगामी जून में हर हाल में पूरा कर दिखाएं। इससे सम्बंधित सीवर लाईनो की एंड टू एंड कनैक्टिविटी करें। एजेंसी प्रतिनिधि ने बताया कि शिव कॉलोनी स्थित 8 एमएलडी एसटीपी का 75 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। निगमायुक्त ने इसे स्लो प्रोग्रेस कहकर इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने एजेंसी प्रतिनिधियों से कहा कि हर 15 दिन के बाद सभी कार्यों की प्रोग्रेस जानने के लिए रिव्यू किया जाएगा। इन कार्यों को पूरा करने में यदि कोई मेजर ईश्यू सामने आ रहे हैं, तो अभी बता दें, उनका समाधान करेंगे। बाद में कोई बहाना नहीं चलेगा।
इसके पश्चात निगमायुक्त अभिषेक मीणा ने उपरोक्त प्रोजेक्ट साईट का दौरा किया। सबसे पहले फूसगढ़ स्थित 20 एमएलड एसटीपी के मेन पम्पिंग स्टेशन की क्लीनिंग, एसबीआर टैंक, स्लज सम्प व उसकी थिकनेस तथा चैम्बर की गतिशीलता देखी और कहा कि आपके पास सारी मशीनरी मौजूद है, काम को आगे बढ़ाएं। उन्होंने दहा स्थित आईपीएस का भी निरीक्षण किया और इसमें स्पीड व लेबर दोनो बढ़ाने के निर्देश दिए। मौके पर आईपीएस की बाउण्डरी वाल व ट्रैंचलेस पाईप लाईन डालने का काम चल रहा था।
निगमायुक्त ने शिव कॉलोनी स्थित 8 एमएलडी एसटीपी का भी दौरा किया। यहां भवन का काम मुकम्मल दिखाई दिया और कुछ मशीनरी भी मौजूद मिली। उन्होंने मशीनरी की जल्द फिटिंग करवाने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने सैदपुरा स्थित स्टोरम वाटर प्रोजेक्ट के रेन वाटर हार्वेस्टर और आईपीएस की प्रगति का जायजा लिया। धीमी प्रगति देखकर सख्ती दिखाई और चेतावनी दी कि इसे आगामी मई में हर हालत में पूरा करें। यह भी कहा कि हवा में बाते करने से कुछ नहीं होगा, बारिश से पहले यह काम पूरे हो जाने चाहिएं, ताकि नागरिकों के लिए सहूलियत की जा सके। इस मौके पर उन्होंने निगम के एसई, एक्सईएन और जेई को भी सीधे-सीधे कहा कि एजेंसी की ओर से जो दावा किया गया है वह अपने-आप में पूरा नहीं है, इसके लिए नोटिस भी दे दें। निगमायुक्त के दौरे के अधीक्षण अभियंता श्याम सिंह, कार्यकारी अभियंता सतीश शर्मा, सहायक अभियंता सुनील भल्ला तथा कनिष्ठï अभियंता प्रदीप कुमार मौजूद रहे।
