माता एक शिक्षिका के रूप में बच्चे को जीवन कौशलों से परिपूर्ण करते हुए बाल जीवन को समृद्ध बनाती है-किरण भाटिया

0
13

 

बी ई आई न्यूज़ नेटवर्क
विजय काम्बोज

इन्द्री ।। राजकीय माध्यमिक विद्यालय नन्हेडा़ में विश्व मातृ दिवस सरपंच शशी काम्बोज की अध्यक्षता तथा पीटीआई संजीव कुमार की देखरेख में बड़ी धूमधाम से उत्साह पूर्वक मनाया गया। इस मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण महिलाएं मौजूद रही। मुख्याध्यापिका किरण भाटिया ने मातृ दिवस कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि मां को भगवान के बराबर माना जाता है। इसलिए उन्हें धरती पर इंसान की उत्पत्ति का जनक भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि माता एक शिक्षिका के रूप में बच्चे को जीवन कौशलों से परिपूर्ण करते हुए बाल जीवन को समृद्ध बनाती है।

नन्हेडा प्राथमिक पाठशाला के मुखिया महिन्द्र कुमार ने मातृ दिवस पर उपस्थित महिलाओं का अभिनंदन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि मातृ शक्ति की भूमिका को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। जीवन के हर क्षेत्र में उनका सहयोग अतुलनीय है। वह धरती पर प्रकृति की भांति हर रंग,रूप में विद्यमान रहती है। मातृ शक्ति को मात्र जीवन देने वाले शरीर की दृष्टि से देखना उसका अपमान करना है ,उसके जीवन का अवमूल्यन करना ही माना जाएगा। महिन्द्र कुमार ने कहा कि भौतिकवाद के चलते मातृ शक्ति के जीवन और उसकी गरीमा को चोट पहूंच रही है। मंच संचालन करते हुए पंजाबी अध्यापिका जसविन्द्र कौर ने मातृ दिवस को मनाने के इतिहास पर प्रकाश डाला तथा मातृ शक्ति के जीवन के अनेकों पहलुओं को कविताओं आदि से माध्यम से उजागर किया। इस मौके पर स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के द्वारा दर्शकों को रोमांचित कर दिया। मातृ दिवस पर मातृ शक्ति के लिए म्युजिकल चेयर, पानी पतासे खाने, आंखे बंद कर रस्सी पार करने जैसे विभिन्न खेल प्रतियोगताएं करवाई गई जिनमें महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और ईनाम जीते । मातृ दिवस कार्यक्रम में सुनील सिवाच ,उधमसिंह काम्बोज, राजीव शर्मा, कुमार , उमा देवी,नीतु सिंह ने सक्रिय भूमिका निभाई। इस अवसर पर एसएमसी प्रधान डिम्पल , पवन गांधी, टिंकू, सुधा,पूजा सैन, रेनु शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहीं।