जल का सदुपयोग करें और जल को व्यर्थ न बहाए-एसड़ीएम अशोक कुमार

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इन्द्री विजय काम्बोज
इन्द्री के एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि प्रशासन के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग जल जनित एवं बरसात की वजह से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए भरपूर कोशिश करता है फिर भी जनता के सहयोग के बिना यह कार्य सम्भव नहीं है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे इन बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताए गई बातों पर अमल अवश्य करें तथा इन बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को अपना पूर्ण सहयोग दें। उन्होंने बताया कि गर्मी व बरसात के मौसम में पानी से  प्राय:उल्टी, दस्त, टाइफाइड, हैजा व पीलिया जैसी बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है और इन बीमारियों को शुरू से ही पनपने से रोकने के लिए सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है ताकि लोगों का स्वास्थ्य ठीक रह सके। उन्होंने बताया कि मच्छरों के काटने से बचाव के लिए मच्छरदानी व मच्छर भगाने वाली दवाओं का प्रयोग करें तथा ऐसे कपड़े पहने जिससे शरीर के सभी अंग ढके रहें। उन्होंने कहा कि हम सभी लोगों का कर्तव्य बनता है कि अपने घरों, दुकानों, वाणिज्यिक केन्द्रों आदि के आस-पास  के खड्डों को भर लें ताकि इनमें वर्षा ऋतु में पानी खड़ा न होने पाए। एसडीएम अशोक कुमार ने लोगों से यह भी अपील की कि वे अपने घरों के आसपास से व किसान अपने खेतों के आसपास से जहरीले गाजर घास को उखाड़ कर पूर्ण रूप से नष्ट कर दें क्योंकि इस जहरीले घास में पार्थेनियम नामक पदार्थ होता है जो मानव व पशु, पक्षियों के साथ-साथ फसलों के लिए भी हानिकारक होता है और नालियों के आसपास इस घास के उगने से नालियों के बहते पानी में भी रुकावट होती है। अत: इस जहरीले घास को उखाडऩे का जिम्मा सभी लोगों का है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने घरों के आसपास के खड्डों को बरसात में भरने व जहरीले कांग्रेस एवं गाजर घास के पौधों को उखाडऩे के लिए अपने घरों व आसपास के लोगों को जागरूक करें व स्वयं इस कार्य को कर दूसरों के लिए उदाहरण बने। एसडीएम ने हल्का वासियों का आह्वान किया है कि वे जल का सदुपयोग करें और जल को व्यर्थ न बहाए। उन्होंने लोगों से यह भी अपील की है कि वे अपने बाग-बगीचों की अनावश्यक सिंचाई न करें और अनावश्यक रूप से गाडियों इत्यादि को धोना बंद करें ताकि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जनता की सेवा में सभी को समान रूप से जल वितरण कर सके। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्ति अपने घर में उचित मात्रा में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने लोगों को बताया कि वे अपने घरों में लगे नलों या घरों के बाहर लगे नलों को खुला न छोडे और जब आवश्यकता हो तब ही इन नलों को चलाए। नलों को खुला छोडऩे से जहां कीमती पानी की बर्बादी होती है वहीं पानी के व्यर्थ बहने से गलियों एवं सडक़ों का नुकसान होता है तथा कीचड़ होती है जिससे लोगों को आवागमन में असुविधा होती है।