
बाबैन (रवि कुमार): गांव भगवानपुर में महाऋषि कश्यप जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर गांव में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया और उसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में समाजसेवी बब्बु भगवानपुर ने मुख्य रूप से शिरक्त की। इस मौके पर बब्बु भगवानपुर ने कहा कि महाऋषि कश्यप को ऋषि मुनियों में श्रेष्ठ माना गया है। सुर असुरों के मूल पुरुष ऋषि कश्यप का आश्रम मेरु पर्वत के शिखर पर था,जहां वे परब्रह्मा परमात्मा के ध्यान में लीन रहते थे। कश्यप ऋषि ने बहुत से स्मृति ग्रन्थों की रचना की थी और
सृष्टि के सृजन में उनका अहम योगदान था। उनकी यशोगाथा वेदों,पुराणों,स्मृतियों, उपनिषदों एवं अनेक धार्मिक साहित्यों में दर्ज है,जिसके कारण ही उन्हें सृष्टि के सृजक उपाधि से विभूषित किया गया था। वे स्वयं भी धर्मनीति पर चलते थे और दूसरों को भी इसी नीति का पालन करने का उपदेश देते थे। उन्होंने कभी अधर्म का पक्ष नहीं लिया। इस मौके पर सरपंच लछमन दास, ओम प्रकाश, हरि किशन, अंग्रेज ङ्क्षसह, प्रेम ङ्क्षसह, जसबीर, ओम प्रकाश, राकेश कुमार, काला राम, रोशन लाल, श्याम लाल, श्री राम, माम चंद, ओम पाथ, विकाश कुमार, ऋषि पाल मौजूद रहे।
