
इन्द्री||
भारत स्वाभिमान ट्रस्ट करनाल की ओर से इन्द्री के हर्बल पार्क में पांच दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह योग शिविर 21 जून को होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों को लेकर लगाया जा रहा है जिसमें रोजाना काफी संख्या में योग साधक भाग ले रहे है। इस योग शिविर का समापन रविवार को किया जायेगा। आज योग शिविर के चौथे दिन योग शिविर में ड़ा. संदीप आचार्य नैचरोपैथी ने विशेष रूप से शिरकत की साधकों को योग की बारीकियों की जानकारी दी व योग प्राणायाम के अभ्यास भी करवाएं। इस अवसर पर ड़ा. संदीप आचार्य ने कहा कि आज के समय में योग पूरे विश्व में प्रचलित हो रहा है। यह सब स्वामी रामदेव जी के प्रयासों से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि आज के समय में अगर आदमी को स्वस्थ रहना है तो उसे योग अवश्य को अवश्य अपनाना पड़ेगा। हमारी जीवन शैली बदल रही है ओर खानपान के लिए सही समय ना होने के कारण कई बीमारियां हो रही है जोकि नियमित योग करने से ही दूर होगी। उन्होंने कहा कि हमें अपने जीवन में नैचुरलपैथी को अपनाना चाहिए। कुदरत के साथ मिलकर चलना होगा। संतुलित खानपान से ही बेहतर जीवन जिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एलौपैथी कोई स्थाई समाधान नहीं है। हमें बीमारी की जड़ तक जाना होगा। बीमारी का सही समाधान योग व प्राकृतिक चिकित्सा में ही संभव है।ड़ा. आचार्य ने कहा कि आने वाला समय ओर अधिक खतरनाक होगा। सरवाईकल, घुटनों व जोड़ों का दर्द ,बीपी व शूगर इत्यादि बीमारियां बढ़ती जा रही है। इनके समाधान के लिए हमें अपने खानपान की ओर विशेष ध्यान देना होगा। प्रकृति के अनुकूल खाना खाएं। रात को चावल,लस्सी व दही का प्रयोग ना करे। किस मौसम में कैसा खानपान होना चाहिए इसकी पूरी जानकारी लेकर ही खाएं।
उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव के प्रयासों से ही स्वदेशी व आयुर्वेद का प्रयोग बढ़ रहा है। भारत स्वामिभान ट्रस्ट के सोमनाथ अरोड़ा ने कहा कि 21 जून को पूरे विश्व में योग दिवस मनाया जाता है। यह सब स्वामी रामदेव के प्रयासों से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि योग हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है। नियमित योग करने से हम कई घातक बीमारियों से बच सकते है। योग शिक्षिका सुनीता नरवाल ने इस मौके पर योग साधकों को विभिन्न प्रकार के योग, प्राणायाम के अभ्यास करवाएं ओर कहा कि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी के लिए नियमित योग करना हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक हो गया है। इस मौके पर योग शिक्ष्क विजय कांबोज, मास्टर बलराज कांबोज, धर्मपाल आर्य, पवन, रविदत्त, सुरेश भाटिया, रघुबीर बतान, नरेन्द्र कपूर, शिवचरण, अनिल वर्मा, संदीप वर्मा, मुकेश कुमार, रामकुमार, संजय मित्तल, सुभाषचंद, नरेश कुमार, दीपा भाटिया, शशि गुप्ता, संजू भाटिया, सुषमा देवी, संतोष रानी, ऊषा रानी, ममता पसरीचा, शोभा चौहान, अनिल गुप्ता, तिलक राज, भारती भाटिया व ड़ा. ईस्म सिंह जास्ट सहित कई अन्य मौजूद रहे।
