मेवात में सुनियोजित हमले के खिलाफ हिन्दू संगठन उतरे सड़कों पर , धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने  नारेबाजी के बीच राष्ट्रपति के नाम डीसी को सौंपा ज्ञापन 

0
28
करनाल विजय काम्बोज ||
मेवात क्षेत्र में स्थित हिन्दू धार्मिक स्थलों पर हर वर्ष की जाने वाली धार्मिक ब्रजमंडल शोभा यात्रा पर हुए सुनियोजित हमले के दौरान एक समुदाय के लोगों द्वारा आगजनी, तोड़फोड़ और हत्याओं की वारदात के विरोध में जिले के धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने आज शहर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और लघु सचिवालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर करनाल के सेक्टर-12 स्थित फव्वारा पार्क में हिंदू व सामाजिक संगठनों के तमाम प्रतिनिधि मौजूद रहे। यहां उन्होंने एक सभा की जिसमे 31 जुलाई को मेवात के नुहं में धार्मिक यात्रा पर पहले से निर्धारित हमले, तोड़फोड़,लूटपाट, आगजनी और हत्याओं पर जमकर आक्रोश प्रकट किया और इस घटना को हिंदू धर्म के ऊपर हमला बताते हुए इसमें शामिल सभी उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन में मौजूद शहर के सामाजिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि यह कोई अचानक हुआ घटना नहीं थी बल्कि सुनियोजित तरीके से हिंदुओं को डराने और उन्हें धार्मिक रीति-रिवाजों से रोकने का प्रयास था।
सनातन धर्म संगठन के महेश चावला ने कहा कि हिंदू समाज के द्वारा हरियाणा के मेवात और नूह में हर वर्ष ब्रजमंडल यात्रा का आयोजन सावन महीने में किया जाता है। इस बार भी हिंदू समाज के हजारों हिंदू पुरुष, महिला और बच्चे कारों, बसों व पैदल इस यात्रा में शामिल थे। जैसे ही यात्रा नलहड़ में स्थित भगवान शिव का जलाभिषेक कर अगले गांव सिंगर की तरफ बढ़ी तो वहां पर पहले से सुनियोजित रूप में हथियारों के साथ छिपे मुस्लिम समाज के लोगों ने यात्रा पर आसपास के घरों की छतों से पत्थर बरसाने व गोलियां चलाना शुरू कर दी और यात्रा में आए लोगों के वाहनों को आग लगा दी जिसमें बहुत से हिंदुओं को और पुलिसकर्मियों को भी मौत के घाट उतार दिया गया।
अल्फा रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो जोगेंद्र मदान ने कहा कि समस्त हिंदू समाज व संगठन इस घटना की घोर निंदा करते है और इसमें शामिल सभी उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करते है। इन उपद्रवियों की तुरन्त गिरफ्तारी , संपत्ति कुर्क , इनके ठिकानों को ध्वस्त करने और एनएसए लगाया जाए।
विनीत खेड़ा ने कहा कि आज मेवात अपराध और लूटपाट का गढ़ बन चुका है और यहां हर कदम पर गैरकानूनी गतिविधियों का जाल फैला है। मेवात क्षेत्र में जाने पर यह आभास ही नहीं होता कि हम भारत में है या पाकिस्तान में। उन्होंने कहा कि मेवात में बढ़ रहे अवैध हथियारों और अवैध वाहनों की जांच करके उन पर कार्रवाई की जाए। घटना में मृत, घायल लोगों, पुलिसकर्मियों और नागरिकों के नुकसान की भरपाई के लिए अविलंब मुवावजा और सरकारी नौकरी दी जाए। इसके अलावा मेवात जिले की संवेदनशीलता को देखते हुए यहां पर स्थाई रूप से सैनिक, अर्ध सैनिक बल का कोई केंद्र अथवा बेस कैंप स्थापित किया जाए। यह मांग पहले भी कई बार रखी जा चुकी है।
सरदार हरमीत सिंह हैप्पी ने कहा कि सोशल मीडिया में तनाव निर्माण करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए और हर जिले में इस प्रकार के संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करके वहां अपेक्षाकृत अधिक पुलिस निगरानी आदि रखना सुनिश्चित किया जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। धार्मिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि इससे पूर्व फव्वारा पार्क से जुलूस की शक्ल में लघु सचिवालय पहुंचे जहां उन्होंने देशभक्ति के नारे लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर भारत विकास परिषद, मुल्तानी परिमंडल सभा, राष्ट्र सेविका समिति, सनातन धर्म सभा, विश्व हिंदू परिषद, रघुनाथ मंदिर सभा, व्यापार मंडल, सेवा समिति आश्रम, सेवा भारती, राजपूत समाज, करणी सेना, वाल्मीकि समाज ,रोड महासभा, जाट महासभा, व्यापार मंडल जीटी रोड, भारत विकास परिषद, श्री राधा कृष्ण गौशाला, हरियाणा चेंबर एसोसिएशन, अल्फा रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, आर्य समाज मंदिर सेक्टर 7, मां झंडेवाली सेवा समिति, आदि शक्ति मां झंडेवाली सेवा समिति, भारत विकास परिषद कृष्ण शाखा सहित अन्य हिन्दू संगठनों व संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे