
बाबैन (रवि कुमार): बाबैन क्षेत्र में बारिश के कारण किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खीच गई है। इस बारिश से किसानों की गेहूं की फसल को नुक्सान पहुुंचा है बारिश में किसानों की कमर तोडने का काम किया है। बारिश व तेज हवा से किसानों की गेहूं की पकी हुई फसल जमीन पर चादर की तरह बिछ गई है जिससे किसानों को प्रति एकड़ भारी नुक्सान होने की संभावना जताई जा रही है। सुबह हुई बारिश से बाबैन अनाज मंड़ी में खुले आसमान के नीचे लगभग 1 लाख 30 हजार क्विटंल फड पर पडी गेहूं की फसल बारिश में भीग गई है। मंडी में आढतियों ने लेबर से खुले में पडी गेहूं को उठवाने की बहुत कौशिश की। लेकिन अचानक बारिश आने से मंडियों में गेहूं भीग गई लेकिन बारिश से बचाने के लिए आढतियों ने तिरपालों से गेहूं को ढककर बचाने की कोशिश की। बाबैन अनाजमंडी के प्रधान हरिकेश सैनी ने बताया कि अचानक बारिश आई है फिर भी आढतियों ने गेहूं को बारिश से बचाने की पूरी कौशिश की और अधिकतर गेहूं को भीगने से बचा लिया गया।
क्या कहते है मार्किट कमेटी के सचिव ?
जब इस बारे में मार्किट कमेटी सचिव मनोज पराशर से बात की गई तो उनका कहना था मंडी में लगभग 1 लाख 30 हजार क्विंटल गेंहू मंडी में पड़ी है बरसात को देखते हुए सारी गेंहू को तिरपाल से कवर कर दिया गया था।
