
बाबैन, 9 जुलाई (रवि कुमार): पिछले दो दिन से हो रही बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे थे लेकिन अब बारिश बंद न होने के कारण यही बारिश किसानों के लिए आफत बनती हुई जा रह है। रात को हुई भारी बारिश के कारण किसानों के खेत पानी से लबालब हो चुके है। किसान तरसेम संघौर, सतबीर रामपुरा, बाबा गुरचरण सिंह, बलिहार सिंह, बब्बू भगवानपुर, प्रदीप ईशरहेड़ी, भाग सिंह, लाभ सिंह घिसरपड़ी, दीपक मोरथला, शमशेर मलिक व अन्य किसानों का कहना है कि पिछले दो दिन की भारी वर्षा फसलों को बहुत लाभ था और इसके साथ फसलों में आई बीमारी से भी राहत मिली थी। लेकिन अब बारिश बंद न होने के कारण किसानों के लिए परेशानी बनती जा रही है। किसानों ने बताया कि उनकी धान की फसल पानी में डूब चुकी है जिसे उन्हें धान की फसल गलने का डर सता रहा है। किसानों ने बताया कि कृषि वैज्ञानिकों का कहना है की यह बारशि 11 जुलाई तक होने के आसार दिखाई दे रहे है जिससे किसान चिंतत नजर आ रहा है। किसानों का कहना है कि गन्ने की फसल में पानी भरने के कारण तेज हवाओं के कारण गन्ने की फसल गिरने का डर सता रहा है। किसानों ने बताया कि अगर गन्ने की फसल निचे गिर जाती है तो किसानों को इस फसल में भारी नुक्सान उठाना पड़ सकता है। वहीं बारिश से बाबैन में बरसाती पानी की निकासी न होने के कारण स्थानीय लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पडा। वहीं बरसात के कारण अनाजमंडी, मेन बाजार में बरसाती पानी सडकों पर खडा होने के कारण स्थानीय लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पडा।
