
घरौंडा|| अवैध कालोनियों का मकड़जाल में गांव भी पीछे नहीं । कोहंड ओर अलीपुर गांव में काटी गई दो अवैध कालोनियों पर चला डीटीपी का पीला पंजा । गांवो में अवैध कालोनी कटने से ग्राम पंचायतों की भूमिका पर उठे सवाल । शहरों से शुरू हुआ अवैध कालोनी काटने का सिलसिला अब गांवो तक पहुँच चुका है । इंडस्ट्रियल एरिया होने की वजह से अलीपुर ओर कोहंड गांव में बड़े स्तर पर अवैध कालोनियों काटने का खेल चल रहा है । डीटीपी की टीम ने एक सप्ताह के अंदर दूसरी बार अलीपुर गांव में अवैध कालोनी पर कार्रवाई की । यहाँ पहुचे तोड़फोड़ दस्ते ने दो एकड़ मे काटी गई कालोनियों में प्लाटो की नींव व दीवारे तोड़ी । इस दौरान प्लाट मालिको द्वारा तोड़फोड़ नही करने की गुहार लगाई लेकिन पीला पंजा चलता रहा । अलीपुर के बाद डीटीपी की टीम ने कोहंड में काटी गई अवैध कालोनी में गलियों को उखाड़ा ।
अलीपुर ओर कोहंड गांव के आसपास सैकड़ो की संख्या में फैक्ट्रियां है । हजारो की संख्या में लेबर इन गांवों में है इसलिए यहां बड़ी संख्या में अवैध निर्माण होते है । इन गांवों में विकसित हो रही अवैध कालोनियों ने ग्राम पंचायत को सवालो के घेरे में खड़ा कर दिया है । कृषि योग्य भूमि पर अवैध कालोनी काटने के लिए भूमाफिया के लोग रास्ते ग्राम पंचायत को दान कर देते है और फिर पंचायत के हवाले से पक्की गालिया बना दी जाती है । हालांकि डीटीपी ने कहा कि ग्राम पंचायत को दिए गए रास्तो को कोई अन्य व्यक्ति पक्का नही कर सकता । उन्होंने ने भी माना कि यदि ऐसा होता है तो ग्राम पंचायत सवालो के घेरे में है।
