जिला शिक्षा अधिकारी ने एफएलएन कार्यशाला का किया निरीक्षण

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इन्द्री विजय काम्बोज ।।राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इन्द्री में चल रही एफएलएन कार्यशाला के तीसरे दिन जिला शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधरी ने औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यशाला में भाग ले रहे अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि अध्यापक मात्र कर्मचारी नहीं होता, वह देश का निर्माता है। उसके द्वारा बच्चों के अंदर डाले मूल्य एक बेहतर इंसान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अध्यापक के कार्य के आधार पर ही समाज में उसका मान स मान तय होता है। समाज में जब कोई व्यक्ति गलत कार्य करता है तो उससे पूछा जाता है कि तु हारे अध्यापक ने तु हें इतना भी नहीं सिखाया। उन्होंने कहा कि पढ़ लिख कर आत्मनिर्भर बनना एक बात है लेकिन आत्मनिर्भर होते हुए समाज की भलाई के कार्य करना , समाज में भाईचारा स्थापित करना, पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करना महत्वपूर्ण है। यह जरूरी नहीं कि पढ़ा लिखा व्यक्ति संवेदनशील हो। उन्होंने कहा कि देश के भविष्य के लिए संवेदनशील समर्पित, निष्ठावान नागरिक तैयार करना ही शिक्षा का धर्म है। प्रशिक्षण कार्यशाला में खंड शिक्षा अधिकारी अंजू सरदाना,बीआरसी उर्वशी व डाइट करनाल के प्राध्यापक प्रवीण कुमार ने भी अध्यापकों को संबोधित किया। एलएलएफ के जिला संयोजक इमरान ने अध्यापकों से अपील की कि बच्चों के भविष्य को सुदृढ़ बनाने के लिए कार्य करें। केआरपी रविंदर शिल्पी धर्मेंद्र चौधरी, कविता कंबोज डॉ बारूराम, नीतू तथा निशा कंबोज ने अध्यापकों के बीच सीखने सिखाने की अनेकों विधियों का प्रदर्शन किया जिसमें अध्यापकों ने गहरी रुचि दिखाई। उन्होंने कहा कि गतिविधि आधारित शिक्षण से बच्चों को ज्यादा लाभ मिलता है। और वह गाना लगाकर सीखते हैं ।उन्होंने कहा कि कविताएं कहानियां बाल गीत सुनना , सुनाना बच्चों को रुचिकर लगता है और बच्चे आनंद में सीखते है। कार्यशाला में एबीआरसी निशा ,युगल किशोर ,अनुपमा शैलजा सुखविंदर सिंह कंबोज, मोनिका, प्रियंका, रीना कंबोज, कविता,सरिता, महेंद्र कुमार, सुनंदा, अनु व अनु मलिक, पूजा ने सक्रिय सहयोग दिया ।