
करनाल विजय काम्बोज || चंद्रशेखर, जिला और सत्र न्यायाधीश एवं चेयरपर्सन, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण करनाल ने बताया कि माननीय पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार एमडीडी बाल भवन, फुसगढ़ रोड, करनाल में रहने वाले बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं और आवास की देखभाल के लिए दौरा किया। श्री पी.आर.नाथ, संरक्षक एमडीडी बाल भवन भी वहां मौजूद थे। समाज के निराश्रित बच्चे जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है या वे बच्चे जिनके माता-पिता उनका भरण पोषण करने में सक्षम नहीं हैं एमडीडी ऑफ इंडिया चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन पूरी लगन के साथ उनकी देखभाल कर रहा है| एमडीडी चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन में वर्तमान में 78 लड़कियां रह रही हैं। सभी लड़कियां विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ रही हैं। एमडीडी चाइल्ड केयर संस्था की ओर से उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं एम.डी.डी बाल भवन अनाथालय एक प्यारा शांतिपूर्ण घर से दूर घर है, जिसका एक मात्र उद्देश्य उन वंचित अनाथों के जीवन से प्यार करना और उनकी देखभाल करना है, जिनके पास दावा करने के लिए कुछ भी नहीं है और खुद से पूछने के लिए कोई नहीं है। चंद्रशेखर, जिला और सत्र न्यायाधीश एवं चेयरपर्सन, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण करनाल के द्वारा बच्चों का व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से साक्षात्कार किया गया और उनसे उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा कुछ बच्चों से कविताएं सुनकर उनका मनोबल भी बढ़ाया गया एवं उनको प्रेरणा भी दी गई और उन्होंने बताया कि उन्हें दी जा रही सुविधाओं से वे पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एमडीडी का प्रबंधन बहुत देखभाल करने वाला संस्थान है। संस्था द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं के संबंध में संस्था में रहने वाले बच्चों द्वारा कोई शिकायत नहीं की गई।
