
इन्द्री विजय काम्बोज
कृषि विकास अधिकारी(गन्ना) डॉ सुरेंद्र कुमार ने सोमवार को क्षेत्र के सांतड़ी, नन्हेड़ा और फूसगढ़ आदि गांव में जाकर गन्ने की फसलों का निरीक्षण किया। फसल निरीक्षण के दौरान कईं काली कीड़ी, टोप बोरर व स्मट की बीमारी देखने को मिली। जिसकी रोकथाम के लिए उन्होंने किसानों को खेतो में चाबुकनूमा काले रंग का पौंधा दिखाई पड़ने पर उसे उखाड़ फैंकने की सलाह दी। इसके अलावा गन्ने में आने वाली टोप बोरर बीमारी की रोकथाम के लिए 13 किलो कार्बोफयूरान 3-जी या 8 किलो फोरेट 10-जी की दवाई प्रति प्रयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि 400 मि.ली. मैलाथियान, 50 ई.सी. दवाई को 400 लीटर पानी मे मिलाकर खेतों में छिड़कने से काली कीड़ी नामक बीमारी से फसल को बचाया जा सकता है। इस मौके उनके साथ पुनीत कुमार कृषि पर्यवेक्षक मौजूद रहे।
