
समस्या हल नहीं होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी
करनाल। कुंजपुरा गांव में शुक्रवार को ग्रामीणों ने गांव के पूर्व में स्थित पंचायती जोहड़ ओवरफ्लो होने की समस्या को लेकर रोष प्रदर्शन किया। जोहड़ के समीप लगते खेतों के किसान तालाब किनारे एकत्रित हुए और जिला विकास एवं पंचायत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीण रवि चौहान, सुखदेव भाटिया, चंद्रशेखर चौहान, जगदीश भाटिया, मुनीष भाटिया, कन्हैयालाल भाटिया, ऋषिपाल, कृष्ण कुमार, कमल, विक्की सिंह, जोगिंद्र राणा, सुरेश चौहान, जसबीर सिंह व राजेश ने कहा कि गांव जोहड़ के समीप करीब 20 किसानों के खेत हैं। ये किसान एक एकड़ या आधा एकड़ के मालिक हैं। पूरा वर्ष जोहड़ ओवरफ्लो रहता है। गांव का 90 प्रतिशत निकासी पानी इसी जोहड़ में आता है। यह पानी खेतों में घुसने से हर बार फसल नष्ट हो रही है। वर्षा होने पर इन किसानों की नींद उड़ जाती है। गांव से जोहड़ तक करीब 400 मीटर कच्चा पंचायती रास्ता है। इसी रास्ते का इस्तेमाल किसान अपने खेतों में आने-जाने के लिए करते हैं। इस रास्ते की हालत भी दयनीय है।
ग्रामीणों ने कहा कि खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कुंजपुरा को शिकायत दी थी। जिला प्रशासन को भी समस्या से अवगत कराया किंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई। उनकी मांग है कि जोहड़ की ओवरफ्लो की समस्या का समाधान किया जाए। इसकी खुदाई करवाकर इसमें जल संचयन संयंत्र स्थापित किए जाएं। इसके अलावा इसकी बाउंड्री पक्की की जाए। जोहड़ के पानी की निकासी के लिए दूर तक पाइपलाइनें दबाई जाएं ताकि बड़े किसान इसके पानी को सिंचाई में इस्तेमाल कर सकें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रदेश सरकार और प्रशासन ने जल्द उनकी समस्या का समाधान नहीं दिया तो वे आंदोलन तेज करेंगे। गांव में हुई बैठक में यह फैसला लिया जा चुका है।
