नशे के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार का पूरा सहयोग करें-एसडीएम अशोक कुमार

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इन्द्री विजय काम्बोज ।। एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि नशा मुक्ति पखवाड़ा के तहत नशे के कारण होने वाली हानियों के बारे अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हमारी युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए प्राथमिकता के आधार पर शिक्षण एवं धार्मिक संस्थाओं को प्रशासन के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि युवाओं के साथ-साथ समाज को भी नशा मुक्ति के बारे जागरूक किया जा सकें। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि हमें अपने बच्चों, परिवार व समाज को बचाना है तो नशे जैसी बुराईयों पर पाबंदी लगानी होगी और नशा बेचने वाले नशा तस्करों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने होंगे। यदि कोई व्यक्ति नशा आदि बेचने का काम करता है तो उसकी सूचना तुरन्त पुलिस को दें ताकि समय रहते नशे जैसी बुराई से बचा जा सकें। उन्होंने कहा कि युवा देश की धरोहर है, इसलिए युवा नशे जैसी बुराई से दूर रहकर शिक्षा, खेलकूद, व अन्य सामाजिक गतिविधियों में अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर अपने प्रदेश व देश का नाम रोशन कर सकते हंै। आज की अधिकांश युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आती जा रही है और अपना और अपने परिवार के भविष्य को अंधकार में डाल रही है, हम सबको मिलकर उन्हें इस नशे के अंधकार से निकालना है और यह तभी संभव है  जब हम नशे के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार का पूरा सहयोग करें।एसडीएम ने बताया कि नशामुक्त समाज सरकार की प्राथमिकता है और समाज के हर वर्ग को आपसी तालमेल के साथ नशा मुक्त समाज बनाना होगा। उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति के लिए प्रशासन की ओर से अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है और नशा मुक्ति के लिए आवश्यक प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। नशे के कारण हमारे समाज की जड़ों को खोखला कर दिया है और धीरे-धीरे नशे के कारण पतन होता जा रहा है, इसलिए आवश्यकता इस बात की है कि समय रहते हमें युवाओं के नशे के प्रति जागरूक करना होगा और मिलकर नशा मुक्त समाज बनाने के लिए प्रण लेना होगा। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति अधिक व्यसन में फंस गया हैं तो उसे पुनर्वास या चिकित्सीय सलाह द्वारा भी नशा छोडने के लिये प्रेरित कर सकते हैं, इसके साथ ही संतुलित पोषण, व्यायाम व योगा द्वारा भी व्यक्ति का नशे से ध्यान हटाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि नशीली दवाओं या पदार्थों का सेवन करने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। नशे में पडऩे के बाद व्यक्ति का नशे को छोड़ पाना कठिन हो जाता है तथा हमें प्रयास करना चाहिये कि हम आरम्भ से ही बच्चों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताए व जागरूक करें। एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि ड्रग्स का सेवन या ड्रग्स की लत एक सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्या है, ड्रग्स की लत हर आयु के लोगों को प्रभावित करती है तथा ड्रग्स की लत के कारण भूख और वजन, कब्ज, चिन्ता का बढऩा और चिड़चिड़ापन, नींद आना और कामकाज की हानि का गंभीर नुकसान होता है। अधिकतर बच्चे नशा गलत संगत के चलते आरम्भ करते हैं तथा हमें आने वाली पीढ़ी को आरम्भ से ही सभी प्रकार के व्यसनों से बचाना होगा। उन्होंने बताया कि युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए सरकार द्वारा विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसके तहत आज आपके गांव में जागरूकता कार्यक्रम करके नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे विस्तार से जानकारी दी जा रही है।