भगत महिन्द्र तोमर ने श्री खाटू श्याम जागरण में किया ज्योति प्रचंड 

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हारे के सहारे श्याम बाबा श्री कृष्ण के अवतार है-भगत जी
इन्द्री विजय काम्बोज ||
श्री श्याम मित्र मंडल बुटान खेड़ी द्वारा श्री खाटू श्याम जी का विशाल जागरण एवं भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री बालाजी धाम रामगढ़ के अध्यक्ष भगत महिन्द्र तोमर भगत ने भाग लिया। इस मौके पर हजारों की संख्या में धर्म प्रेमियों ने श्याम बाबा के चरणों में नतमस्तक होकर ज्योति दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया। भगत महिन्द्र तोमर के साथ विशेष पूजा अर्चना में महंत अवध बिहारी, डा.रोशन लाल, सुमेर सैनी, प्रदीप गुमटो, कलीराम एसडीओं व गांव बुटान खेड़ी के सरपंच जोगिंदर सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने मंत्र उच्चारण कर विधिवत तरीके से ज्योति प्रचंड किया। इस कार्यक्रम में भजन गायक अमित केशव करनाल, विकास सैनी इन्दी व सागर साही कुरुक्षेत्र ने अपनी मधुर वाणी से श्याम बाबा का गुणगान कर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर झूमने को मजबूर कर दिया इस अवसर पर श्री श्याम मित्र मंडल बुटान खेड़ी ने मुख्य अतिथि गुरु महिन्द्र तोमर का पुष्प वर्षा कर और स्मृति चिन्ह भेंट कर भव्य स्वागत किया। गुरु महिन्द्र तोमर ने आए सभी धर्म प्रेमियों को खाटू श्याम भगवान की चमत्कारी जीवन के बारे में अवगत कराया और अपने प्रवचनों में कहा कि हारे के सहारे है श्याम बाबा श्री कृष्ण के अवतार हैं। श्याम बाबा घटोत्कच के सुपुत्र और पांडवों में भीम के पौत्र है।  वीर बाबरीक के शीश का दान देने पर कृष्ण भगवान ने उन्हें अपना नाम दिया और कहां श्याम बाबा होंगे कलयुग के अवतार।  जिस प्रकार से कलयुग में श्री राम जी से ज्यादा पूजा-अर्चना हनुमान जी की होती है उसी प्रकार से कृष्ण भगवान के वरदान से खाटू श्याम जी की पूजा अर्चना कृष्ण जी से ज्यादा होती है। इन्होंने कृष्ण भगवान जी को अपना शीश स्वयं उतार कर दान में दे दिया था और वरदान में कलयुग के अवतार खाटू श्याम के नाम से जाने गए जिनका विश्व प्रसिद्ध मन्दिर राजस्थान के सीकर जिले में है। यह तीन बाणधारी है इनके एक ही बाण ने वट वृक्ष के असंख्य पत्तों को भेद दिया था। कृष्ण भगवान ने चालाकी से एक पत्ता अपने पांव के नीचे दबा लिया था। जब कृष्ण भगवान ने पांव हटाकर देखा तो वह पत्ता भी बिंदा पड़ा था। भगत जी ने कहा कि  अपार शक्तियों के मालिक है श्याम बाबा। आज भी यदि कोई व्यक्ति चारों तरफ से हार गया हो ओर जिसका अपना संसार में कोई नहीं सुनता हो तथा यहां तक कि कोई देवी देवता भी उस प्राणी की नहीं सुनता हो वह हारे के सहारे श्याम बाबा के चरणों में अपनी अर्जी अरदास विनती लगाए तो खाटू नरेश उसकी अवश्य ही सुनवाई करते हैं और उसका सहारा बन जाते हैं। उसे जीत के सद्मार्ग पर ले जाते है। उस प्राणी का जीवन खुशियों, धन-धान्य, लक्ष्मी सुख साधनों से ओतप्रोत हो जाता है और उस प्राणी को परमधाम की प्राप्ति होती है। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भव्य दरबार एवं ज्योति को साक्षी मानकर नशा,मांस व मदिरा सहित सभी बुराइयों को त्याग कर सात्विक जीवन जीने का संकल्प लिया। बुटान खेड़ी के सरपंच जोगिंदर सिंह कश्यप ने कहा कि नशा आदि बुराइयां छोडऩे वाले व्यक्ति व उसके परिवार का तन मन धन से साथ दिया जाएगा।