तत्कालीन राज्य मंत्री एवं वर्तमान में सांसद नायब सिंह सैनी के प्रयासों से बड़ागढ़ में बना था महिला महाविद्यालय,

0
75

नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने लोगों की इस मांग को रख कर पूरा करवाया था।

महिला महाविद्यालय
बड़ागढ़ का लक्ष्य छात्राओं का सर्वांगीण विकास – प्राचार्या रजनी भल्ला
शहजादपुर(रेखा वर्मा  )। बड़ागढ़ में स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय शहजादपुर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित एक प्रसिद्ध एवं प्रतिष्ठित महाविद्यालय है। जिसने अपनी स्थापना के मात्र पाँच वर्षों में क्षेत्र में लड़कियों को शिक्षित करने के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में इस महाविद्यालय के नॉन मेडिकल, नॉन मेडिकल विद कंप्यूटर साइंस, कॉमर्स (सामान्य), कॉमर्स (सीएवी) तथा आर्ट्स संकाय में इस समय 733  तथा एमकॉम में 25 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। महाविद्यालय में आर्ट्स के सभी विषयों यथा इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, गणित, पंजाबी, संस्कृत, भूगोल के साथ – साथ मनोविज्ञान, लोक प्रशासन, कंप्यूटर साइंस तथा  समाजशास्त्र विषय भी महाविद्यालय में पढाये जा रहे हैं।
महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाएं –
गौरतलब है कि महाविद्यालय में सभी विषयों के प्रोफेसर उपलब्ध हैं, जो पूरी लगन, निष्ठा व मेहनत से अपना कार्य कर रहे हैं। महाविद्यालय में विभिन्न विषयों तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की लगभग 2680 पुस्तकों, दस पत्रिकाओं,  सात समाचार पत्रों (हिंदी व अंग्रेजी) के अतिरिक्त दृष्टिबाधित जनों के लिए ब्रेल लिपि की मासिक पत्रिका भी पुस्तकालय में उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त पुस्तकालय में विद्यार्थियों के बैठने के लिए रोशनी से युक्त, खुला व हवादार अध्ययन कक्ष बना हुआ है जिसमें एक समय में लगभग 200 छात्राएं अध्ययन कर सकती हैं। पुस्तकालय में छात्राओं के के लिए इंटरनेट की सुविधा सहित कंप्यूटर सिस्टम भी उपलब्ध हैं ताकि छात्राएं ऑनलाइन माध्यम से अपने विषय या प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी प्राप्त कर सकें। पुस्तकालय में ही छात्राओं के लिए मुफ्त फोटोस्टेट की भी व्यवस्था है। लकड़ियों के लिए इनडोर तथा आउटडोर खेलने की समुचित व्यवस्था है। महाविद्यालय में खेल का मैदान तथा सुसज्जित जिम की व्यवस्था है। महाविद्यालय के साथ ही एक मॉडर्न स्पोर्ट्स स्टेडियम बना है जिसकी सुविधाओं का लाभ भी छात्राएं उठा सकती है।
कॉलेज में रसायन, भौतिकी, भूगोल तथा मनोविज्ञान की पूर्णतः सुसज्जित प्रयोगशालाएं हैं। जिनका विद्यार्थी अपने अध्ययन हेतु लाभ उठाते हैं। महाविद्यालय में पूर्णतः वातानुकूलित तीन कंप्यूटर लैब,  चार स्मार्ट क्लासरूम,  एक लैंग्वेज लैब बने हुए हैं। इसके अलावा कॉलेज में  वर्चुअल लैब तथा 3डी लेक्चर के लिए होलोग्राम लैब की व्यवस्था है जो की पूरे प्रदेश में बहुत कम महाविद्यालयों में उपलब्ध हैं।  सभी विद्यार्थियों को एक साथ संबोधित करने के लिए महाविद्यालय परिसर में पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम (पीएएस) इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए बीएसएनएल की लीज लाइन, पूरे परिसर में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे,  कैंटीन, जनरेटर की सुविधा, एस सी/बीसी छात्राओं, मेरिटोरियस तथा दिव्यांग छात्राओं के लिए स्कॉलरशिप की सुविधा  भी उपलब्ध है।
महाविद्यालय में शैक्षणिक माहौल के साथ-साथ सांस्कृतिक तथा खेलकूद गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। जिसमें विभिन्न विषयों की सब्जेक्ट सोसाइटी/क्लब/सैल द्वारा समय-समय पर अनेक प्रतियोगिताओं व कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। छात्राओं के ज्ञानवर्धन तथा शोध के प्रति प्रेरित करने हेतु महाविद्यालय में राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार तथा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्वानों, शिक्षविदों द्वारा व्याख्यान करवाए जाते हैं। छात्राओं की बौद्धिक क्षमता को विकसित करने के लिए विभिन्न वाद-विवाद प्रतियोगिताओं एवं चर्चाओं का आयोजन किया जाता है। सरकार द्वारा समय-समय लड़कियों की शिक्षा तथा उनके बेहतर भविष्य के लिए बनाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी तथा प्रगतिशील योजनाओं को सार्थक ढंग से लागू किया जाता है।
कॉलेज प्राचार्या रजनी भल्ला का कहना है कि महाविद्यालय में ऐसे विषय और कोर्स उपलब्ध हैं जो रोजगारोन्मुखी हैं। नये सत्र के लिए भी छात्राओं की माँग पर महाविद्यालय में एमए हिंदी और हिस्ट्री तथा बीसीए के कोर्स की माँग निदेशालय से की गई है। महाविद्यालय का समस्त स्टाफ पूरी लग्न और निष्ठा से छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रहा है। महाविद्यालय की अधिकांश छात्राएं ग्रामीण परिवेश से आती हैं उन्हें शिक्षा के लिए तथा पाठ्यसहगामी अन्य गतिविधियों में भाग लेने हेतु प्रेरित करने के लिए उचित एवं सहज माहौल प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। पिछले सत्र में हमारे महाविद्यालय से बीकॉम (सीएवी) की छात्रा मानसी ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा में सातवाँ स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय को गौरवान्वित किया था। हमारा प्रयास है कि महाविद्यालय से प्रति वर्ष छात्रायें ऐसी उपलब्धियां हासिल करती रहें।
बता दें कि बड़ागढ़ में  महिला महाविद्यालय का निर्माण तत्कालीन राज्य मंत्री एवं वर्तमान में सांसद नायब सिंह सैनी के प्रयासों से हुआ है। उन्होंने यहां से विधायक रहते हुए लोगों की इस मांग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने रख कर पूरा करवाया था।