आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन के द्वारा इन्द्री में अपनी मांगों को लेकर के प्रदर्शन करते हुए सीडीपीओ को हरियाणा सरकार के नाम सौंपा ज्ञापन

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इन्द्री विजय काम्बोज।। आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन के द्वारा इन्द्री में अपनी मांगों को लेकर के प्रदर्शन करते हुए सीडीपीओ को हरियाणा सरकार के नाम एक ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन से पहले इंद्री के हर्बल पार्क में आंगनवाड़ी वर्कर शहर पर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बैठक की जहां पर सरकार के खिलाफ मांगों को लेकर के जोरदार नारेबाजी भी की गई। यहां से सभी आंगनवाड़ी के कार्यकर्ता शहर में प्रदर्शन करते हुए सीडीपीओ के कार्यालय पर पहुंचे जहां पर उन्होंने सीडीपीओ अधिकारी को अपनी मांगों को लेकर के ज्ञापन सौंपते हुए कहां कि उनकी मांगों की तरफ जल्दी से जल्दी ध्यान दिया जाए ताकि वह अपना काम सुचारू रूप से कर सके। इन्द्री ब्लॉक की प्रधान अमरजीत कौर ने कहा कि सरकार ने नए फरमान लागू कर रही है जिससे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है सरकार उनको फोन के द्वारा कार्य करने तथा एक्सल शीट पर काम करने के लिए कहती है। लेकिन आज तक भी हमको कोई भी ट्रेनिंग नहीं दी गई यहां तक के उनको एंड्रॉयड फोन भी नहीं दिए गए। उन्होंने कहा कि 2020 से उनको यूनिफार्म भी नहीं दी गई जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। खुद ही अपने पैसे से अपनी यूनिफॉर्म खरीदनी पड़ रही है 6 महीने से सेंट्रल का मानदेय भी उन्हें नहीं मिला ना ही उन्हें विभाग से संबंधित सामग्री भी दी जा रही है। इस बारे में बार-बार गुहार करने के बाद भी सरकार इस और कोई ध्यान नहीं दे रही है। वहीं पर सीटू के जिला प्रधान सतपाल सैनी का कहना है कि सरकार आंगनबाडिय़ों को कमजोर करने में लगी हुई है पहले प्ले स्कूल खोल दिए गए लेकिन मानदेय नहीं बढ़ाया गया अब बाल वाटिका खोली जा रही है जिससे छोटे बच्चे बाल वाटिका में चले जाएंगे तो आंगनवाड़ी में बच्चे ना के बराबर रह जाएंगे। जिससे आंगनबाड़ी बंद होने के कगार पर पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि काफी आंगनवाडी तो किराए के की जगह पर चल रही है।ं जिला प्रधान मधु शर्मा ने कहा कि सरकार की नीतियां गलत है सरकार की लचर पचर व्यवस्था से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है 2018 से फोन देने की बात की गई थी लेकिन आज तक वह फोन भी उनको उपलब्ध नहीं हुआ है और जिस हिसाब से एक्सेल की सीट पर काम करने के लिए बोला जाता है उसकी आज तक उनको ट्रेनिंग तक भी नहीं दी गई बिना ट्रेनिंग के कोई भी व्यक्ति कार्य कैसे कर सकता है। सरकार को सोचना चाहिए यदि सरकार की यही इसी प्रकार की नीतियां रही तो आने वाले समय में उनका आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है।