
श्रीअन्न अर्थात मोटा अनाज, समक्ष आंगनवाडी केंद्र व स्वस्थ बालक स्पर्धा रहेंगे मुख्य बिन्दु
पोषण पखवाडा के तहत आम जनता को किया जायेगा जागरूक
पोषण पखवाडा 2023 का थीम है सभी के लिए पोषण-एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर
करनाल || अतिरिक्त उपायुक्त डा. वैशाली शर्मा ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सरकार द्वारा आगामी 3 अप्रैल 2022 तक 5वां पोषण पखवाडा मनाया जा रहा है। इस वर्ष महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से पोषण पखवाडा 3 मुख्य बिन्दुओं पर आधारित होगा, जिनमें उत्तम स्वास्थ्य के लिए श्रीअन्न/मोटा अनाज, सक्षम आंगनवाडी केंद्र तथा स्वस्थ बालक स्पर्धा शामिल है। इन बिन्दुओं पर आम जनता को पोषण पखवाडा के तहत जागरूक किया जाए और हम सब मिलकर पोषण पखवाडा को पोषण त्यौहार के रूप में मनाएं तथा महिला सरपंंच, पंच तथा अन्य महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त डा. वैशाली शर्मा मंगलवार को लघुसचिवालय स्थित अपने कार्यालय में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से मनाए जाने वाले पोषण पखवाडा के सफल आयोजन को लेकर सम्बधित विभाग के अधिकारियों की बैठक में बोल रही थी। उन्होने अधिकारियों को आदेश दिए कि वे पोषण पखवाडा के अन्र्तगत प्रत्येक दिन आयोजित होन वाली गतिविधियों में अधिक-अधिक लोगो को जोडे और उन्हे जागरूक किया जाए । उन्होने स्पष्ट किया कि पोषण पखवाडा के दौरान खानापूर्ति नहीं होनी चाहिए। विशेषज्ञो को बुलाकर प्रत्येक दिन हर गतिविधि अच्छे तरीके से करवाई जाए, सम्बधित विभाग के अधिकारी अपना पूर्ण सहयोग दें, वे स्वयं गतिविधियों पर कडी नज़र रखेगीं और किसी न किसी कार्यक्रम में शामिल भी होंगे।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि पोषण पखवाडा 2023 का थीम सभी के लिए पोषण-एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर है। सरकार द्वारा वर्ष 2023 को अंतराष्ट्रीय मोटे अनाज के रूप में घोषित किया गया है। इस वर्ष पोषण पखवाडा का केंद्र बिन्दु कुपोषण को दूर करने के लिए एक मूल्यवान सम्पत्ति के रूप में श्रीअन्न को लोकप्रिय बनाने पर होगा, जिसे सभी अनाजों की जननी कहा जाता है। उन्होने बताया कि पोषण पखवाडा के तहत मोटे अनाज आधारित खाद्ïय पदार्थों को पूरक पोषण से जोडऩे, घर-घर तक पहुंचने, आहार परामर्श शिविर के आयोजन के माध्यम से पोषण कल्याण के लिए मोटे अनाज को बढ़ावा देना व इन्हें लोकप्रिय बनाया जायेगा। सक्षम आंगनवाडिय़ों को भी इस पखवाड़े के दौरान लोकप्रिय बनाया जायेगा। आंगनवाडिय़ों को लोकप्रिय बनाने एवं जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाये जायेंगे। इसके लिए आंगनवाडिय़ों को बेहतर पोषण, प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा के केंद्रों के रूप में उन्नत अवसंरचणा और सुविधाओं के साथ समक्ष किया जायेगा। सक्षम आंगनवाडी केन्द्रों में ब्रॉडबैंड वाईफाई कनैक्टिविटी, एलईडी स्क्रीन, जल शोधक/आर.ओ मशीन इत्यादि का प्रावधान तथा वर्षा जल संचयन प्रणाली की स्थापना। स्वस्थ बालक प्रतिस्पर्धा समारोह के तहत अच्छे पोषण, अच्छे स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती के लिए प्रतिस्पर्धा की स्वस्थ भावना पैदा करके परिभाषित मानकों के अनुरूप स्वस्थ बालक की पहचान करके इसका उत्सव मनाया जायेगा।
बॉक्स: आंगनवाड़ी केंद्र व परियोजना स्तर पर आयोजित होगी विभिन्न गतिविधियां: डीपीओ राजबाला
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी राजबाला ने बैठक में बताया कि पोषण पखवाडा के प्रचार -प्रसार के लिए आंगनवाड़ी एवं परियोजना स्तर पर विभाग द्वारा अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की जायेगी। आंगनवाड़ी केंद्र पर पोषण रैली, प्रभात फेरी, माता समूह के साथ बैठक, गृह भ्रमण, हैंड वासिंग, वृद्घि निगरानी, आपदा प्रबंधन, पोषण वाटिका की स्थापना, संध्या बैठक आयोजन, दिवाल लेखन, किशोरी समूह की बैठक, प्रश्नोतरी, चित्रकारी, निबंध व रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन, योग एवं आयुष गतिविधि, जीविका समूह के साथ बैठक, एनीमिया कैंप, पौधा रोपण आदि गतिविधियां आयोजित की जायेगी। इस अवसर पर पोषण शपथ एवं पोषण, मातृवंदना संबंधित विवरणिका का वितरण भी किया जाएगा।
बैठक में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजबीर खुडिंया, उप सिविल सर्जन डा. नीलम वर्मा, जन स्वास्थ्य विभाग से एसडीओ रविन्द्र सैनी, शिक्षा विभाग, आयुष विभाग के प्रतिनिधि तथा महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी कमलेश व नीलम आर्य, पोषण जिला समन्वयक अन्जू उपस्थित रही।
हमें अपने दांतों की विशेष देखभाल करने की जरूरत है-दंत चिकित्सक ड़ा. पंकज कांबोज
