
करनाल || पथ विक्रेताओं के प्रशिक्षण के लिए हरियाणा सरकार की ओर से अधिकृत लेट लाला बारूमल गोयल सामाजिक कल्याण और शिक्षा सोसाइटी, फतेहाबाद/शहरी आजीविका केंद्र व नगर निगम की ओर से शहर के बाल भवन सभागार में आयोजित दो दिवसीय स्ट्रीट वैंडर प्रशिक्षण शिविर का शनिवार को समापन हुआ। शिविर में करीब 900 पथ विक्रेताओं ने भाग लिया। शिविर में शहरी आजीविका केन्द्र व भिन्न-भिन्न विभाग/एजेंसियों की ओर से स्ट्रीट वैंडरों को सरकार की स्कीमों के साथ-साथ उनके अधिकार और दायित्वों की जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण शिविर के मुख्य अतिथि एवं नगर निगम के सचिव बल सिंह ने एकत्रित स्ट्रीट वैंडरों को सम्बोंधित करते हुए कहा कि मेहनत और ईमानदारी से अपना कार्य करें और ब्रिकी के कार्य को आगे बढ़ाएं, ताकि उनकी आर्थिक दशा ओर अधिक सुदृढ़ बन सके। उन्होंने कहा कि सरकार की राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना और पीएमस्वनिधि ऐसी योजनाएं हैं, जिनसे स्ट्रीट वैंडर जुडक़र लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी स्ट्रीट वैंडर प्रशिक्षण शिविर से ज्यादा से ज्यादा सरकारी योजनाओं की जानकारी लेकर जाएं, ताकि वे उसका लाभ उठा सकें। उन्होंने प्रशिक्षण दे रही टीम का भी आभार व्यक्त किया।

सहायक परियोजना अधिकारी तुषार खन्ना ने प्रशिक्षण शिविर में जानकारी दी कि पीएम स्वनिधि स्कीम के तहत करनाल अर्बन के अब तक 2629 स्ट्रीट वैंडरों को 10 हजार रूपये के ऋण विभिन्न बैंको के माध्यम से दिलवाए गए हैं, जबकि 1110 वैंडरों को 20 हजार रूपये के ऋण दिलवाए गए हैं। इसी प्रकार 82 स्ट्रीट वैंडरों को 50 हजार रूपये के ऋण भी दिलवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि करनाल अर्बन में स्वयं सहायता समूह की संख्या 522 हो चुकी है, इनसे जुड़ी महिलाएं स्वावलंबन की ओर से बढ़ रही हैं और उनकी आय व बचत में वृद्धि हो रही है। उन्होंने शिविर में दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना अन्य सरकरी स्कीमों की भी पथ विक्रेताओं को जानकारी दी।
भिन्न-भिन्न विभागों/एजेंसी के प्रतिनिधियों ने दी स्ट्रीट वैंडरों को दी जानकारी- प्रशिक्षण शिविर में शहरी आजीविका केन्द्र के प्रबंधक आरके सैनी ने कहा कि पथ विक्रेता समाज का महत्वपूर्ण अंग है। उनके ऊपर आमजन के स्वास्थ्य के अनुरूप खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने की बड़ी जिम्मेदारी है, जिसमें किसी भी प्रकार की कौताही आमजन पर भारी पड़ सकती है। उन्होंने बताया कि पथ विक्रेताओंं के लिए स्ट्रीट वैंडर एक्ट 2014 बनाया गया है, जिसके तहत रेहड़ी-फड़ी संचालकों के अधिकार और दायित्व शामिल हैं, आरके सैनी ने उनकी जानकारी दी।
नगर निगम की ओर से एसएमआईडी संजय शर्मा ने बताया कि स्कीम के तहत स्ट्रीट वैंडर जोन बनाए जाने का भी प्रावधान है। ऐसे जोन अर्बन लेवल पर बनाए जाने प्रस्तावित हैं, जिनमें शौचालय, पार्किंग, लाईटिंग और साफ-सफाई की सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने स्ट्रीट वैंडरों से कहा कि डिजीटल पेमेंट को अपनाएं, इससे उन्हें कैशबैक मिलेगा। एक महीने में 25 रूपये से अधिक के 200 लेनदेन करने पर 100 रूपये कैशबैक मिलता है। इसी प्रकार सालाना 1200 रूपये कैशबैक मिलता है।
खाद्य सुरक्षा कार्यालय के समन्वयक राज आर्य ने बताया कि स्ट्रीट वैंडरों ने के लिए फूड सेफ्टी ट्रेनिंग सर्टिफिकेट दिए जाने का प्रावधान है, अब यह 700 रूपये फीस पर लाईफटाईम के लिए बनाया जाता है। ट्रेनिंग में खाद्य पदार्थों की जानकारी, उनके रख-रखाव का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि ब्रिकी की जाने वाली चीजों को ढककर रखें और एक्सपायरी चीजों को न बेचें। उन्होंने कहा कि सभी पथ विक्रेता सामान बेचने के साथ-साथ खरीदने वाले भी हैं, इसलिए गुणवत्ता युक्त सामान ही बेचें।
सहायक परियोजना अधिकारी तुषार खन्ना ने बताया कि कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित पथ विक्रेताओं को बिक्री प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। उन्होंने बताया कि करनाल शहर में कुल 4998 पथ विक्रेता है, जिनमें से करीब 900 पथ विक्रेताओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, शेष को उनके क्षेत्र अनुसार जल्दी ही प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस मौके पर टाउन वेंडिंग कमेटी के सदस्य रशीदा बेगम , मनवर खान, सुंदर लाल, पंकज, राकेश मिश्रा के साथ साथ सेक्टर मंडी के प्रधान विरेन्द्र कुमार मौजूद रहे । कार्यक्रम में एनयूएलएम शाखा के टीएफआई राजेश कुमार, टीसीओ सुदेश रानी, रेखा देवी, दिपाक्षी सिंगला, रावत शर्मा व रोहित सिंह ने सहयोग दिया।
