
हरियाणा के करनाल की एक अदालत में व्यक्ति की जमानत करवाने पहुंचा जमानती फर्जी निकला। मामला CJM ईशा खत्री की कोर्ट का है। आरोपी ने कोर्ट रूम में खड़े न सिर्फ धोखाधड़ी की, बल्कि पकड़े जाने के डर से कोर्ट से भागने की कोशिश की। हालांकि कोर्ट रूम के अंदर ही जमानती को दबोच लिया गया।
CJM ईशा खत्री की कोर्ट के रीडर सुभाष ने सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 4 अगस्त को शाम सवा 4 बजे जमानत देने के लिए एक एप्लीकेशन दी गई। जड़ावली का रहने वाला मिलाप चंद्र हीरा लाल की जमानत कराने के लिए कोर्ट में पेश हुआ था।
आधार कार्ड फर्जी होने का शक
मिलाप चंद्र द्वारा एक आधार कार्ड पेश किया गया, लेकिन आधार कार्ड फर्जी होने का शक जताया गया और आधार चेक करने की मांग की गई। जमानती को असली आधार कार्ड दिखाने के लिए कहा गया लेकिन वह नहीं दिखा पाया। आधार कार्ड नंबर कोर्ट के कंप्यूटर में UIDAI की वेबसाइट पर जाकर चेक किया तो वह फर्जी निकला।
मिलाप द्वारा जमानत मुचलका के साथ जमाबंदी साल 2019-20 गांव जडावली करनाल भी पेश किए गए जोकि आधार कार्ड व जमाबंदी व मिलाप नामक व्यक्ति का नाम फर्जी जाली होने का शक होने पर मिलाप चंद्र से अपने अन्य सभी दस्तावेज मांगे गए तो मिलाप चंद्र ऐसा कोई भी दस्तावेज पेश न कर सका।
हिरासत में लेने का नाम सुनते ही भागा
रीडर ने जब ये कहा कि मिलाप चंद्र को पुलिस हिरासत में लिया जाए तो वह कोर्ट के दरवाजे से भागने की कोशिश करने लगा। नायब कोर्ट बलदेव सिंह ने तुरंत कोर्ट के अन्दर ही मिलाप चंद्र को दबोच लिया और पुलिस हिरासत मे लेकर पुलिस चौकी सेक्टर-13 के इंचार्ज के हवाले कर दिया।
कुंजपुरा थाना ऐरिया का रहने वाला है आरोपी
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी कुंजपुरा एरिया का रहने वाले है और विजय नाम है जो फर्जी दस्तावेज तैयार कर आरोपी की जमानत करवाने की कोशिश कर रहा था। पुलिस आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है।
