नव स्वर रागनी की स्वर लहरियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के हर क्षण को बनाया यादगार

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नगराधीश अमन कुमार ने पंडित चिरंजी लाल शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कार्यक्रम का किया शुभांरभ, अंतर्राष्टï्रीय ख्याति प्राप्त पदम विभूषण से अलंकृत कलाकार सुभाष चंद्र घोष ने दी संगीत फ्यूजन की बेहतरीन प्रस्तुति।
करनाल|| पदम विभूषण से अंलकृत एवं संगीत के नए वाद्यय यंत्र नव स्वर रागनी की खोज करने वाले अंतर्राष्टï्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार सुभाष चंद्र घोष ने अपने वाद्य यंत्र नव स्वर रागनी के माध्यम से बजाई स्वर लहरियों से सांस्कृतिक कार्यक्रम के हर क्षण को यादगार बना दिया। इस प्रस्तुति ने सबको संगीत की लहरियों के साथ बाधने का काम किया। इस संगीत की प्रस्तुति को सुनकर सैंकडों विद्यार्थियों ने खड़े होकर कलाकारों का अभिवादन किया। अहम पहलु यह है कि ग्रामीण आंचल तक संगीत की विद्या और वाद्यय यंत्र को पहुंचाने के उद्देश्य से ही सूचना जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग की तरफ से आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंृखला में करनाल के पंडित चिरंजी लाल शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया।
नगराधीश अमन कुमार ने बताया कि पंडित चिरंजी लाल शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में अंतर्राष्टï्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार सुभाष चंद्र घोष के सांस्कृतिक कार्यक्रम का सरस्वती माता की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस दौरान नगराधीश अमन कुमार तथा कॉलेज की प्रिंसिपल डा. सरिता कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय कलाकार सुभाष चंद्र घोष को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।
पदम विभूषण से अलंकृत कलाकार सुभाष चंद्र घोष व उनके साथी सिद्धार्थ चटर्जी व सुरेश कुमार ने जैसे ही नव स्वर रागनी की तरंगों को छेड़ा तो सभागार का माहौल संगीत की फिजा से महक उठा। इन कलाकारों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों को अपने स्वर लहरियों के माध्यम से याद किया और लगातार ढेड घंटा आजादी के अमृत महोत्सव की थीम पर आधारित धुनों के माध्यम से श्रोताओं को देश भक्ति के मोहपाश में बाधने का काम किया। इस कलाकार ने सबसे अंत में कभी अलविदा ना कहना की धुन से बेहतरीन और यादगार सांस्कृतिक कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति के साथ ही सभी श्रोताओं ने तालियां बजाई और कलाकारों की हौसला बढ़ाया।
नगराधीश अमन कुमार ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंख्ला में ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना एक अनुकरणीय कार्य किया है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से युवाओं को संगीत के बारे में जानने और सुनने का मौका मिलेगा। सभी विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक और खेल कूद की गतिविधियों में बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए तभी विद्यार्थियों का सर्वांगिण विकास होगा। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय कलाकार सुभाष चंद्र घोष ने नव स्वर रागनी पर बेहतरीन प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को ऐतिहासिक और यादगार बनाने का काम किया है। मंच का संचालन एआईपीआरओ रघुबीर गागट ने किया।
इस अवसर पर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सरिता कुमार, संगीत विभागाध्यक्ष डॉ. अनामिका, जन संचार विभाग की विभागाध्यक्ष रश्मि सहित कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित रहे।