
चंडीगढ़ पुलिस के सब-इंस्पेक्टर और उसके साथी पुलिसकर्मियों द्वारा कारोबारी से एक करोड़ रुपए लूट के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। मुख्य आरोपी सब-इंस्पेक्टर नवीन फोगाट को दूसरी बार नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
रविवार को चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मामले में 75 लाख रुपए की बरामदगी कर ली गई है। लेकिन कोई आरोपी फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चंडीगढ़ पुलिस छापामारी में जुटी है।

जान से मारने की धमकी देकर लूट
आरोपी SI नवीन फोगाट और उसके साथी पुलिसकर्मियों ने बठिंडा के कारोबारी संजय गोयल से 2 हजार रुपए के नोट बदलने के नाम पर 1 करोड़ रुपए की लूट की। उन्होंने संजय गोयल को किडनैप कर सुनसान जगह ले जाकर मारने और नशे के केस में फंसाकर जिंदगी बर्बाद करने की धमकी दी थी।
एडिशनल SHO की जिम्मेदारी पर था SI नवीन
मामला सेक्टर-39 पुलिस थाने से जुड़ा है, जहां के एडिशनल SHO की जिम्मेदारी नवीन फोगाट संभाल रहा था। नवीन और उसके साथी पुलिसकर्मियों पर सुनियोजित तरीके से ये वारदात करने के आरोप हैं। नवीन फोगाट को पहले भी एक केस में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। हाल में उसकी दोबारा बहाली हुई थी।
पुलिस थाने के अंदर से फरार हुआ SI नवीन फोगाट
आरोपी SI नवीन फोगाट और अन्य पुलिसकर्मियों पर सेक्टर-39 थाने में ही केस दर्ज कर लिया गया है। हैरत की बात यह है कि मामले में नामजद होने के बावजूद नवीन फोगाट पुलिस थाने के अंदर पुलिस अधिकारियों के सामने ही फरार हो गया।
वहीं पुलिस अधिकारी वारदात में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों की पहचान में जुटे हैं। जबकि सेक्टर-39 थाने के SHO इंस्पेक्टर नरिंदर पटियाला ने स्वयं को मामले से अनजान बताया है। वहीं, DSP चरणजीत सिंह SSP यूटी की सुपरविजन में मामले की जांच कर रहे हैं।
यह है मामला:
मामला 4 अगस्त का है। बठिंडा निवासी कारोबारी संजय गोयल ने शिकायत दी कि उसके दोस्त ने कहा कि उसके जानकारों ने दो-दो हजार रुपए के नोट बदलने हैं। इसके लिए वह 500-500 के एक हजार नोट लेकर मोहाली पहुंचा। फिर वह एयरोसिटी रोड स्थित ब्राइट इमिग्रेशन पहुंचे। यहां से सर्वेश नामक व्यक्ति उन्हें चंडीगढ़ के सेक्टर 40 लेकर पहुंचा।
यहां पहले से एक सब-इंस्पेक्टर समेत अन्य तीन पुलिसकर्मी वर्दी में खड़े थे। सभी पुलिसकर्मी एकसाथ गाड़ी में घुस गए और उसे व उनके ड्राइवर को पकड़ लिया। जबकि गिल और सरवेश पुलिस के इशारे पर वहां से निकल गए। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने गाड़ी की तलाशी लेकर पैसा निकाल लिया।
कारोबारी को दी एनकाउंटर की धमकी
संजय ने बताया कि पुलिस टीम उसे कार व पैसों समेत सेक्टर-40 के बीट बॉक्स पर ले गए। यहां से उन्हें सेक्टर-39 जीरी मंडी के पास ले जाया गया। इसके बाद पूरी रकम एक डस्टर कार में रखवाई गई। पुलिस टीम ने उसे पैसा छोड़कर भाग जाने को कहा, ऐसा नहीं करने पर उनका एनकाउंटर कर दिए जाने की धमकी दी।
मर्सिडीज कार में था कोई बड़ा अफसर
संजय के अनुसार उस दौरान मर्सिडीज कार में सवार होकर एक अफसर भी पहुंचा, लेकिन कार सवार व्यक्ति बाहर नहीं निकला। इसके बाद उसे वहां से भगा दिया गया। लेकिन उन्होंने घर जाकर परिवार से उनसे हुई लूट की वारदात बयां की। तभी मामला SSP कंवदीप कौर तक पहुंचा।
सेक्टर-39 थाने में देर रात केस दर्ज
DSP चरणजीत ने शिकायतकर्ता संजय को सेक्टर-39 बुलाया, जहां उन्होंने SI नवीन फोगाट को पहचान लिया। संजय ने बताया कि नवीन फोगाट उन्हें बाहर ले जाकर उनसे डील करने लगा। नहीं मानने पर वह पुलिस थाने से फरार हो गया। देर रात थाना-39 पुलिस ने SI नवीन फोगाट समेत तीन अज्ञात पुलिसकर्मियों, इमिग्रेशन कंपनी के सर्वेश कौशल, गिल और जितेंद्र के खिलाफ केस दर्ज किया। मामले में कुछ पुलिस अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
मॉडल से रेप केस में किया था बर्खास्त
आरोपी सब-इंस्पेक्टर नवीन फौगाट पर साइबर सेल में कार्यरत रहने के दौरान एक मॉडल से दुष्कर्म का आरोप लगा था। इसके बाद उसे पुलिस विभाग से बर्खास्त कर दिया गया था। लेकिन इस केस से बरी होने के बाद उसे हाल ही में यूटी पुलिस विभाग में दोबारा ज्वाइन कराया गया। लेकिन यूटी पुलिस के अधिकारियों ने सभी पुराने मामलों को अनदेखा कर आरोपी एसआई नवीन फौगाट को दोबारा सेक्टर-39 थाने के एडिशनल SHO की जिम्मेदारी सौंप दी।
