गुरुघर की मर्यादा हुई भंग,रह रास के समय हरियाणा की नई कमेटी ने लिया , गुल्लक के ताले पर चले कटर,लगाया दूसरा ताला*

0
89

संगत के बीच दरबाद साहिब में रही गुल्लक के ताले पर चले कटर,लगाया दूसरा ताला*

कुरुक्षेत्र  : *हरियाणा के गुरुद्वारों की अलग प्रबंधक कमेटी बनाए जाने और प्रधान नियुक्त किए जाने के बाद लगभग 2 महीने के बाद हरियाणा प्रधान महंत करमजीत सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने हरियाणा के गुरुद्वारों का प्रबंधन को लेकर कमर कस ली है। बता दें बीते दिनों अंबाला जिले के गुरुद्वारों के प्रबंधन की बात बात भी सामने आई थी। वही आज हरियाणा प्रधान महंत करमजीत सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा साहिब छठी पातशाही में पहुंचकर सेवा सम्भाल का कार्य किया।

सबसे पहले एडहॉक कमेटी ने दरबार साहिब और उसके बाद हरियाणा सिख मिशन के मुख्यालय के कार्यालय का ताला तोड़कर सेवा संभाली। बता दें कि जब दरबार साहिब में रखी गुल्लक के ताले पर कटर चलाये गए। तब दरबार साहिब में रह रास(शाम) के समय होने वाले शब्द कीर्तन किया जा रहा था। वही दरबार साहिब में संगत भी मौजूद थी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान महंत कर्मजीत सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार हरियाणा के अलग कमेटी गठित की गई है। 20 जनवरी को उन्हें हरियाणा प्रधान पद पर नियुक्त करते हुए सेवा संभालने की जिम्मेदारी दी गई थी। 18 महीनों के कार्यकाल के दौरान 2 महीने का समय बीत चुका है। ऐसे में अब शेष बचे कार्यकाल में बेहतर कार्य करने और अच्छी सुविधाएं देना उनकी प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा कि बड़े ही शांतिपूर्ण तरीके से आज गुरुद्वारा छठी पातशाही में सेवा संभालने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी कर्मचारी पिछली कमेटी से अब तक कार्यरत रहे हैं। उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। क्योंकि सभी कर्मचारी उनके परिवार का हिस्सा है।

उनके सुख दुख में शामिल होना हमारा दायित्व है। वही रह रास के समय शब्द कीर्तन के दौरान गुल्लक पर कटर चलाए जाने की बात पर उन्होंने कहा कि हमेशा अरदास के समय यह बात कही जाती है कि अगर जाने अनजाने में कोई भूल चूक हमसे हुई हो तो उसके लिए हम माफी मांगते हैं और अगर अभी भी उनसे इस प्रकार की कोई भूल चूक हुई है तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं।