
यमुनानगर
प्रदेश में आर्थिक रूप से कमजोर व जरूरतमंद लोगों को सस्ता राशन मिल सके इसके लिए सरकार ने राशन डिपो खोले हुए हैं, लेकिन अब कई डिपो होल्डर कार्ड धारकों को सस्ते राशन के साथ महंगे प्रोडक्ट बेचने का काम भी कर रहे हैं। राशन के साथ हल्दी, चायपत्ती व वाशिंग पाउडर को लेने के लिए भी उपभोक्ताओं पर दबाव बनाया जा रहा है। आरोप है कि डिपो संचालक इन दोनों प्रोडक्ट के मनमाने दाम लेकर उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। डीएफएससी अशोक शर्मा का कहना है कि इस तरह का मामला अभी उन्हें जानकारी में नहीं है।
इसकी जांच करवाएंगे और मामले में कार्रवाई की जाएगी। जिले में डेढ़ लाख उपभोक्ता राशन डिपो से सस्ता राशन लेकर परिवार का पेट भरते हैं। सरकार ने भले ही आटा इन्हें 3 रुपए किलो की दर से देना शुरू किया है, लेकिन डिपो संचालकों ने चायपत्ती 48 रुपए एक पाव, 50 रुपए किलो वाशिंग पाउडर, एक पैकेट हल्दी 20 रुपए में राशन के साथ बेच रहे हैं। संचालकों की मनमानी उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। उपभोक्ता चाह कर भी डिपो संचालकों की इस मनमानी का विरोध नहीं कर पा रहे।
जो उपभोक्ता डिपो से राशन के साथ उनके प्रोडक्ट लेने से मना करता है, उसे राशन न देने की धमकी भी डिपो संचालकों की ओर से दी जाती है। डिपो होल्डर कहीं उनका राशन ही बंद न कर दे इसी डर से वे इनसे राशन के साथ अन्य सामान भी मजबूरी में ले रहे हैं। यह सिलसिला कई माह से कुछ डिपो पर चल रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारी इस तरफ कोई गौर नहीं कर रहे। लाेगाें का कहना है कि जब विभागीय अधिकारी हर माह डिपो चेक करने आते हैं तब उनकी नजर इस तरफ क्यों नहीं जा रही, यह बात समझ से परे है।
डिपो पर महंगे दिए जा रहे प्राेडक्ट
लक्ष्मी गार्डन, विजय कॉलोनी, चांदपुर, जोगिंदर नगर, कंसापुर, राम नगर व वर्कशॉप एरिया के उपभोक्ता रमेश चंद, सुरेश, मनोज, मोनू, मीनाक्षी, संगीता, प्रेम सिंह व प्रकाश ने बताया कि उनके यहां के डिपो होल्डर केवल राशन ही नहीं दे रहे बल्कि उसके साथ अन्य उत्पाद बेचने का काम कर रहे हैं। उत्पाद महंगे दामों पर मिल रहे हैं। इनमें चायपत्ती हो या सर्फ या हल्दी पाउडर सभी के दाम ज्यादा लिए जा रहे हैं। सरकार उनकी स्थिति को देखते हुए आटे के 3 रुपए ले रही है जबकि यह डिपो संचालक एक पाव चायपत्ती के 48 रुपए ले रहे हैं।
सस्ते राशन की सरकारी दुकान से उन्हें महंगे दाम पर राशन दिया जा रहा है। अगर शिकायत करें तो उनको डर रहता है कि कहीं संचालक उनका राशन ही बंद न कर दे। संचालकों की मनमानी से जहां उनकी जेब ढीली हो रही है। जिला खाद्य आपूर्ति एवं नियंत्रक विभाग के अधिकारियों से उपभोक्ताओं ने मांग की है कि इस तरफ ध्यान दिया जाए जिससे संचालकों की मनमानी पर रोक लग सके। इससे उन्हें सस्ते राशन की दुकानों से सस्ता राशन मिल सकेगा।
