
बाढडा।।
आरटीए विभाग ने भांडवा के प्रज्ञा स्कूल की बस को पकड़ा, 42 हजार का किया चालान
फिटनेस को अनदेखा कर बच्चों की जिंदगी पर भी खेला दांव
बाढड़ा:
निजी स्कूल संचालक विद्यार्थियों से मोटी फीस वसूल कर अभिभावकों की जेब ढीली कर रहे हैं लेकिन कई स्कूल संचालक नियमों को दरकिनार कर अधूरे कागजात के साथ सड़क पर बसे दौड़ाते हैं जिससे न केवल विद्यार्थियों की सुरक्षा को ताक पर रखा जाता है बल्कि सरकारी राजस्व को भी चूना लगाया जाता है। इसी प्रकार का मामला बाढड़ा में सामने आया है जहां गांव भांडवा स्थित प्रज्ञा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की एक बस को आरटीए विभाग द्वारा पकड़ा है। टीम द्वारा बस के कागजात चैक किए तो सामने आया कि बीते कई सालों से टैक्स की चोरी की जा रही थी। जिस पर टीम ने बस का 42 हजार रुपये का चालान कर उसे पकड़कर बाढड़ा बस स्टैंड में खड़ा कर दिया गया है और आगामी कार्रवाई की जा रही है।
बाढड़ा क्षेत्र में बीते तीन सप्ताह के दौरान यह दूसरी बड़ी घटना सामने आई है जिसमें निजी स्कूल संचालकों द्वारा नियमों की अवहेलना कर सड़कों पर दौड़ाई जा रही बसों को पकड़ा है। बीते 9 फरवरी को सीएम फ्लाइंग द्वारा अटेला के निजी स्कूल की दो रजिस्ट्रेशन नंबर पर चलाई जा रही चार बसों को पकड़ा था। वहीं अब आरटीए विभाग द्वारा भांडवा के प्रज्ञा स्कूल की बस को पकड़ा है। बस का लंबे समय से टैक्स व दूसरे कागजात पूरे नहीं किए गए है जिस पर आरटीए विभाग ने कार्रवाई करते हुए बस नंबर एचआर 67 2083 बस को पकड़ चालान कर बाढड़ा बस स्टैंड परिसर में खड़ा कर दिया है।
2019 से लगाया जा रहा है चूना:
आरटीए विभाग द्वारा भांडवा के प्रज्ञा स्कूल की जिस बस को पकड़ा गया है उसके वर्ष 2019 से कागजात पूरे नहीं कर टैक्स की चोरी की गई है। स्कूल प्रबंधन द्वारा 2019 से बस के टैक्स, फिटनेस, इंश्योरेंस व प्रदूषण की फीस जमा नहीं कर राजस्व को चूना लगाया है।
फिटनेस की अनदेखी मतलब विद्यार्थियों की जिंदगी से खिलवाड़:
आरटीए विभाग द्वारा वाहनों की पासिंग के समय फिटनेस भी किया जाता है। जिसमें उन सभी बातों को देखा जाता है कि यह वाहन सभी मानकों पर खरा है और इसमें यात्रा करना सुरक्षित माना जा सकता है। लेकिन यदि इसमें कोई खामी मिलती है तो उस वाहन को सड़क पर चलाने की अनुमति प्रदान नहीं की जाती है लेकिन भांडवा स्कूल की जिस बस को आरटीए विभाग द्वारा पकड़ा है उसमें दर्जनों विद्यार्थी सफर करते थे और बीते तीन साल से अधिक समय से चंद रुपयों के लालच में बच्चों की जिंदगी दांव पर लगाकर बस की फिटनेस ही नहीं करवाई गई है।
की गई है कार्रवाई : निरीक्षक
आरटीए विभाग के निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि लंबे समय से टैक्स, फिटनेस, इंश्योरेंस और प्रदूषण के कागजात पूरे नहीं किए जाने पर स्कूल बस को पकड़कर चालान किया गया है। वहीं स्कूल में कार्यरत सत्यवान ने कहा कि वे किसी काम से बाहर गए हुए हैं और मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
