अब इंद्री सब डिवीजन के लाइसेंस के टेस्ट भी करनाल में होंगे, रोजाना 120 टोकन दिए जाते हैं, परेशानी बढ़ी

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करनाल

नए बसस्टैंड के साथ आईडीटीआर में अब इंद्री सब डिवीजन के ड्राइविंग लाइसेंसों के प्रैक्टिकल टेस्ट लिए जाएंगे। इस संस्थान में अब तक करनाल और घरौंडा सब डिवीजन ही जोड़ी है। इसमें 65 से 70 प्रतिशत टेस्ट देने वाले आवेदक फेल हो रहे हैं। प्रशासन का मानना है कि टेस्ट कठिन होगा तो एक्सपर्ट ड्राइवर ही लाइसेंस बनवा सकेंगे। इससे हादसे रूकेंगे। लेकिन जटिल प्रक्रिया से करनाल, घरौंडा के लाइसेंस बनवाने वाले आवेदक बहुत परेशान हैं। शुक्रवार को भी संस्थान के गेट पर लाइसेंस के लिए टेस्ट में नंबर नहीं आने के कारण विरोध प्रदर्शन किया गया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।

आईडीटीआर के प्रिंसिपल राकेश ने बताया कि करनाल और घरौंडा के सप्ताह में तीन दिन टेस्ट लिए जाते हैं। एक दिन में 120 आवेदकों को टोकन दिया जाता है। इससे ज्यादा आवेदक होने पर उन्हें अगले दिन बुलाया जाता है। टोकन पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर जारी किए जा रहे हैं। चूंकि उद्देश्य हादसे को रोकना है, इसलिए पारदर्शिता से कार्य हो रहा है। संस्थान के अंदर आवेदक ही आ सकता है। आवेदक के सहयोगियों का संस्थान के अंदर एंट्री नहीं है। इसको लेकर संस्थान के बाहर नोटिस चस्पा दिया है। संस्थान के तीन कर्मचारियों पर केस दर्ज करने के बाद सुरक्षा बढ़ाई आईडीटीआर के मैनेजर प्रवीन, हितेश भाटिया और राजकुमार तिवारी के खिलाफ एक महिला ने गलत नियत से प्रताड़ित करने का केस दर्ज करवाया है।

इसके बाद शुक्रवार से संस्थान के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। संस्थान के बाहर पार्किंग करवा दी है। लोग गर्मी और धूप में टेस्ट देने गए अपने बच्चों का इंतजार करते हैं। एक टेस्ट में तीन से चार घंटे लग रहे हैं। लोगों का कहना है कि संस्थान में सुविधाएं बढ़ानी चाहिए। संस्थान के प्रिंसिपल राकेश ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से पब्लिक की एंट्री रोकी है। इंद्री सब डिवीजन शुरू होने के बाद अब सप्ताह में तीन दिन टेस्ट होते हैं। फिर एक दिन और बढ़ाकर चार दिन टेस्ट के लिए कर दिए जाएंगे।